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56 सालों बाद जॉर्जटाउन पहुंचे भारत के पीएम मोदी के स्वागत में पहुंची गुयाना की पूरी कैबिनेट समेत तीन देशों के राष्ट्रप्रमुख

Narendra Modi: ब्राजील के जी-20 सम्मेलन में उल्लेखनीय उपस्थिति के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर गुयाना की राजधानी जॉर्जटाउन पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री का असाधारण स्वागत करते हुए हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति इरफान अली, पीएम मार्क एंथोनी और एक दर्जन से अधिक कैबिनेट मंत्रियों ने उनकी अगवानी की।

नई दिल्लीNov 20, 2024 / 07:32 pm

Ashib Khan

रियो डी जेनेरियो. ब्राजील के जी-20 सम्मेलन में उल्लेखनीय उपस्थिति के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) दो दिवसीय यात्रा पर गुयाना की राजधानी जॉर्जटाउन पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री का असाधारण स्वागत करते हुए हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति इरफान अली, पीएम मार्क एंथोनी और एक दर्जन से अधिक कैबिनेट मंत्रियों ने उनकी अगवानी की। राजकीय यात्रा पर पहुंचे मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। वहीं, होटल पहुंचने पर भी पीएम मोदी का गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली, कैरिबियन देश ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल और बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया मोटली तथा गुयाना के चार मंत्रियों ने स्वागत किया। भारत-गुयाना की घनिष्ठ मित्रता के प्रमाण के रूप में जॉर्जटाउन के मेयर ने प्रधानमंत्री मोदी को ’जॉर्जटाउन शहर की चाबी’ भी सौंपी। यहां भारतीय समुदाय ने पीएम मोदी के स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया। पीएम मोदी ने भी यहां भारतीय परिधानों में मौजूद सभी उम्र के भारतीय समुदाय के सदस्यों के मुलाकात की। 56 वर्षों से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा है। इससे पहले पीएम के रूप में इंदिरा गांधी ने 1968 में गुयाना की यात्रा की थी।

गुयाना की संसद को करेंगे संबोधित

पीएम मोदी 185 वर्ष से भी अधिक समय पहले यहां आए प्रवासी भारतीयों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे तथा गुयाना की संसद को भी संबोधित करेंगे।  विदेश मंत्रालय के अनुसार, करीब साढ़े आठ लाख की आबादी वाले गुयाना में भारतीय मूल के लगभग 3,20,000 लोग हैं।

सांस्कृतिक संबंधों के साथ एनर्जी सिक्योरिटी पर होगी बात

अपनी यात्रा के दौरान मोदी राष्ट्रपति अली से द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच अनूठे संबंधों को रणनीतिक दिशा देने पर विचार विमर्श करेंगे। दोनों में एनर्जी सिक्योरिटी पर भी बात हो सकती है। तेल और गैस संसाधनों की खोज के बाद तेजी से विकसित होने वाले देश गुयाना के साथ जुडक़र भारत की कोशिश एनर्जी सिक्योरिटी को बढ़ावा देने के साथ ग्लोबल साउथ के देशों और कैरिबियन क्षेत्र के बीच अपनी स्थिति को मजबूत करने की है। माना जा रहा है कि गुयाना आने वाले समय में दुनिया के दस सबसे बड़े तेल उत्पादक देशों में शामिल हो सकता है। यहां आठ अरब बैरल कच्चे तेल का भंडार है।

गुयाना-बारबाडोस पीएम मोदी को करेंगे सम्मानित

गुयाना और बारबाडोस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने सर्वोच्च पुरस्कार प्रदान करेंगे। गुयाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार, ’द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ प्रदान करेगा। बारबाडोस भी मोदी को प्रतिष्ठित मानद ऑर्डर ऑफ फ्रीडम से सम्मानित करेगा।

कैरिकॉम-भारत शिखर सम्मेलन में 21 देश करेंगे शिरकत

बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया अमोर मोटली ने कहा कि ’कैरिकॉम (कैरेबियाई समुदाय) में हममें से अधिकांश लोगों के लिए प्रधानमंत्री मोदी से मिलना और सरकार प्रमुख स्तर पर दूसरे कैरिकॉम-भारत शिखर सम्मेलन में भाग लेना एक ऐतिहासिक क्षण है। हम इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की मेजबानी करके गौरवान्वित हैं। गौरतलब है कि कैरिबियन समुदाय 21 देशों का एक समूह है, जिसमें 15 सदस्य देश और छह सहयोगी सदस्य शामिल हैं। यहां अफ्रीकी, भारतीय, यूरोपीय, चीनी, पुर्तगाली और जावानीस सहित विविध जातीय समूहों के 1 करोड़ 60 लाख लोग रहते हैं।
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