इस तरह की चोरी
एक अंतर्राष्ट्रीय अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक लॉटरी टिकट की कथित तौर पर चोरी टेनसी स्टेट के मुर्फ्रीसबोरो में पेट्रोल पंप में हुई थी, जहां आरोपी पटेल काम करता था। जब लॉटरी टिकट खरीदने वाले व्यक्ति ने उससे स्कैन करके ये पता लगाने के लिए कहा कि उसने कुछ जीता है या नहीं, तो उसने कथित तौर पर कहा कि बहुत कम राशि जीती है। जिसके बाद उसने ग्राहक को कम राशि दे दी और और टिकट कूड़े में फेंक दिया। इसके बाद जब वो व्यक्ति स्टोर से चला गया तो पटेल ने लॉटरी के टिकट को कूड़ेदान से बाहर निकाला। छिपे हुए हिस्से को खरोंच कर टिकट पर लिखी जीत की राशि ढूंढी और उसे लॉटरी दफ्तर ले गया लेकिन वहां पर कर्मचारियों को उस पर कुछ संदेह हुआ।
ऐसे पकड़ा गया
मामले की जांच करने वाले विक डोनोहो ने बताया कि ‘लॉटरी के जांचकर्ताओं ने पेट्रोल पंप के कैमरों में लगे वीडियो फुटेज लिए। जिसमें दिखाया गया है कि वो कूड़ेदान से टिकट उठाता है और टिकट के सामने वाले हिस्से को खरोंचने के बाद स्टोर में जश्न मनाता है। दरअसल, उसमें 10 लाख डॉलर यानी 8 करोड़ 37 लाख रुपए का इनाम था और वो इस खुशी में जश्न मना रहा था। इसके बाद शेरिफ कार्यालय को सूचित किया गया और पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया। इस बीच, क्रेग और डोनोहो ने खरीदार की पहचान करने के लिए स्टोर के वीडियो देखे और उसे लॉटरी की राशि जीतने के बारे में बताया।