बोर्ड के आदेश के बाद भी कराता रहा अवैध निवेश
36 साल के सिद्धार्थ जवाहर (Siddharth Jawahar) को कोर्ट ने सजा सुनाए जाने तक जेल में रखने का आदेश दिया है। इस मामले पर FBI ने बयान दिया है कि वो जवाहर की इस स्कीम से पीड़ित हुए लोगों की तलाश कर रही है। इधर सिद्धार्थ पर चलाए गए अभियोग में कहा गया है कि जब टेक्सास स्टेट सिक्योरिटीज बोर्ड ने 7 जून 2022 को निवेश गतिविधियों के संचालन के लिए स्विफ्टार्क कैपिटल के अधिकार को रद्द कर दिया और जवाहर को धोखाधड़ी में शामिल होने से रोकने का आदेश दे दिया था तो जवाहर ने भी निवेशकों को नहीं बताया। जवाहर ने धोखाधड़ी के साथ निवेशकों से पैसे वसूलना जारी रखा जिसमें उसने एक निवेशक से 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक ले लिए थे।
लग्जरी लाइफस्टाइल में खपाया पैसा
सिद्धार्थ (Siddharth Jawahar) पर आरोप लगाया कि उसने नए निवेशकों के पैसे का इस्तेमाल पुराने निवेशकों को चुकाने में तो किया ही साथ ही अपनी लग्जरी लाइफस्टाइल में भी खर्च किया। वो प्राइवेट प्लेन में सफर करता, लक्जरी होटल्स में ठहरता। बड़े-बड़े रेस्टोरेंट-रिजॉर्ट में जाता और कई महंगी विदेशी ट्रिप भी उसने इन्हीं पैसों से की हैं। आरोपों के मुताबिक 2015 में जवाहर ने कई ग्राहक निधियों को एक ही निवेश फिलिप मॉरिस पाकिस्तान (PMP) में निवेश करना शुरू किया था जो आखिर में जाकर 99 प्रतिशत ग्राहक निधियों को इस निवेश में शामिल कर लिया। लेकिन जवाहर ने निवेशकों को PMP के मूल्यों में गिरावट के बारे में नहीं बताया बल्कि निवेशकों को शेयर की कीमत और उनके मुनाफे के बारे में गुमराह किया और उनसे इन्वेस्ट के नाम पर पैसे वसूलता रहा।
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