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चीन को ठिकाने लगाएगी भारत-अमेरिका की ये ‘मेगा डील’, इन 5 मोर्चों पर साथ लड़ेंगे दोनों देश

PM Modi in US: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता में ये मेगा डील हुई है। इसमें ड्रोन से लेकर सेमीकंडक्टर को लेकर सहमति हुई है जिससे अब चीन खासा परेशान है।

नई दिल्लीSep 23, 2024 / 01:33 pm

Jyoti Sharma

PM Narendra Modi, Joe Biden And Xi Jinping

PM Modi in US: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय बैठक में रक्षा सहयोग को नया आयाम दिया गया। दोनों देशों के बीच हुए इस रक्षा सहयोग का फोकस चीन है। हिंद प्रशांत क्षेत्र में अपनी मनमानी करते चीन को अब भारत और अमेरिका की इस मेगाडील से निपटाया जाएगा। बता दें कि दोनों देशों के बीच अरबों डॉलर के समझौते हुए हैं। इसमें ड्रोन सौदे से लेकर सेमीकंडक्टर तक के क्षेत्रों में सहमति बनी है।

कैसे ठिकाने लगेगा चीन?

दरअसल अमेरिका से भारत 31 जनरल एटॉमिक्स MQ-9B (16 स्काई गार्डियन और 15 सी गार्डियन) ड्रोन खरीदने जा रहा है। इन ड्रोन की कीमत करीब 3 अरब डॉलर है। ये भारत के सशस्त्र बलों की खुफिया, निगरानी और टोही क्षमताओं को नए स्तर पर ले जाएंगे। माना जा रहा है कि इन्हें चीन सीमा पर तैनात किया जा सकता है। दोनों देशों के बीच ड्रोन की खरीद को लेकर एक साल से बातचीत चल रही थी। 
वहीं भारत और अमेरिका के बीच सेमीकंडक्टर के निर्माण को लेकर बड़ी डील हुई है। इसके तहत राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एडवांस सेंसिंग, संचार और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स पर केंद्रित नया सेमीकंडक्टर प्लांट कोलकाता में स्थापित किया जाएगा। इसे लेकर पीएम मोदी ने भी न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय को दिए संबोधन में कहा था कि अब अमेरिका में मिलने वाली चिप में भी मेड इन इंडिया लिखा होगा। 

इन पर भी बनी बात

1. C-130J सुपर हरक्यूलिस को लेकर समझौता

भारत और अमेरिका के बीच लॉकहीड मार्टिन और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड के संयुक्त समझौते पर भी बातचीत हुई है। यह डील सी-130जे सुपर हरक्यूलिस विमान के लिए MRO सुविधा स्थापित करने के लिए हुई है।

2. एडवांस्ड मिलिट्री सिस्टम का उत्पादन

इंडिया-अमेरिका डिफेंस इंडस्ट्रियल कोऑपरेशन रोडमैप पर चर्चा की गई। इसके तहत जेट इंजन, गोला-बारूद और ग्राउंड मोबिलिटी सिस्टम जैसे भारी उपकरणों और हथियारों का निर्माण किया जाता है। इस क्षेत्र मे निर्माण बढ़ाने पर जोर दिया गया।

3. स्पेस में साथ मिलकर काम करेंगे

दोनों नेताओं ने 2025 में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर वैज्ञानिक अनुसंधान करने के लिए नासा और इसरो के पहले संयुक्त प्रयास की प्रशंसा की। इसरो और नासा ने स्पेस रिसर्च में साथ मिलकर काम करने पर सहमति बनी है।

4. MRO इकोसिस्टम

बाइडन ने विमानों और विमान इंजनों के पाट्र्स सहित रख-रखाव, मरम्मत और ओवरऑल (MRO) क्षेत्र पर 5 प्रतिशत की समान वस्तु एवं सेवा कर (GST) निर्धारित करने के भारत के फैसले का स्वागत किया। अमेरिकी विमानन कंपनियां मानव रहित यान की मरम्मत की सुविधा भारत में विकसित करने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश करेंगी।

5. ग्रीन एनर्जी सेक्टर

मोदी और बाइडन ने सुरक्षित वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा सप्लाई चेन बनाने पर भी चर्चा की। दोनों देश अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण, पावर ग्रिड, ट्रांसमिशन प्रौद्योगिकियों, उच्च दक्षता वाले कूलिंंग सिस्टम, शून्य उत्सर्जन वाहनों और अन्य उभरती स्वच्छ प्रौद्योगिकियों पर मिलकर काम करेंगे। दोनों देश इस पर मिलकर 1 बिलियन डॉलर की सहायता प्रदान करेंगे।

कैंसर से लड़ाई में आगे आया भारत

सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए भारत ने 75 लाख अमरीकी डॉलर का अनुदान देने का ऐलान किया है। राशि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इस रोग के परीक्षण, जांच और निदान के लिए खर्च की जाएगी। मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन के बाद भारत, अमरीका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के राष्ट्राध्यक्षों के कैंसर मूनशॉट पर आयोजित कार्यक्रम में यह घोषणा की। मोदी ने ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ विजन की भावना पर बल देते हुए ‘क्वाड कैंसर मूनशॉट’ पहल की। उन्होंने क्वाड कार्यक्रमों के तहत हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों को भारत से टीके की 40 मिलियन खुराक की आपूर्ति की भी घोषणा की।

भारत करेगा अगले क्वाड सम्मेलन की मेजबानी

भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि भारत 2025 में क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। क्वाड की बहुपक्षीय बैठकों में प्रधानमंत्री ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में विभिन्न भागीदारों के साथ विकास के लिए सहयोग, संपर्क और जुड़ाव के भारत के दृष्टिकोण को रेखांकित किया।

अमरीका ने 297 प्रचीन कलाकृतियां सौंपीं

अमरीका ने 297 प्राचीन वस्तुएं (कलाकृतियां) भारत को सौंपी हैं। इन्हें तस्करी कर देश से बाहर ले जाया गया था। 2014 से अब तक भारत को क640 प्राचीन वस्तुएं वापस मिली हैं। इनमें अमरीका ने 578 वस्तुएं लौटाई हैं।

बाइडन को चांदी की ट्रेन और उनकी पत्नी को पश्मीना शॉल

मोदी ने बाइडन को चांदी की ट्रेन का मॉडल गिफ्ट किया। ट्रेन पर एक तरफ ‘दिल्ली टू डेलावेयर’ और दूसरी तरफ ‘इंडियन रेलवेज’ लिखा है। महाराष्ट्र के कारीगरों ने यह मॉडल ट्रेन 92.5 फीसदी चांदी ने बनाई। मोदी ने बाइडन की पत्नी जिल बाइडन को कश्मीरी पशमीना शॉल भेंट किया।

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