PM मोदी ने लिखा नेपाली PM ओली को पत्र
राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने कहा “जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी (शर्मा) (KP Sharma Oli) ओली को लिखे पत्र में लिखा है; भारत इस कठिन समय में नेपाल के लोगों के साथ एकजुटता में खड़ा है, हम नेपाल सरकार द्वारा राहत और पुनर्निर्माण प्रयासों के लिए आवश्यक हर संभव सहायता देने के लिए भी तैयार हैं। हम अपने लोगों के लिए इन प्रयासों में आगे भी सहयोग करने के लिए तत्पर हैं,” बता दें कि सितंबर के आखिरी सप्ताह से हो रही भारी बारिश के बाद, राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन प्राधिकरण ने हाल ही में बागमती और कोशी के विभिन्न स्थानों पर संभावित भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसमें लोगों से यात्रा करते समय सावधानी बरतने का आग्रह किया गया है।
नेपाल की यात्रा करने से बचें
प्राधिकरण ने लोगों को यात्रा करने से पहले सावधान रहने के लिए भी सचेत किया है। इसने सभी से भारी बारिश की स्थिति में राजमार्ग के किनारे सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने का भी अनुरोध किया है। यह चेतावनी मौसम पूर्वानुमान प्रभाग द्वारा यह कहे जाने के बाद आई है कि मानसूनी हवाएँ वर्तमान में देश को प्रभावित कर रही हैं। सशस्त्र पुलिस बल (APF) के अनुसार, पिछले शनिवार से शुरू हुई बारिश से होने वाली आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 241 हो गई है, जबकि 29 अभी भी लापता हैं।कब तक रहेगा ऐसा मौसम
दुनिया की दस सबसे ऊंची चोटियों में से नौ का घर नेपाल ने पहले ही इस साल औसत से ज़्यादा बारिश की आशंका जताई थी, जिससे 1.8 मिलियन लोगों के प्रभावित होने की आशंका थी। राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन प्राधिकरण (NDRRMA) ने अनुमान लगाया है कि मानसून से संबंधित आपदाओं से 412,000 परिवार प्रभावित होंगे। नेपाल में मानसून का मौसम आमतौर पर 13 जून को शुरू होता है, जबकि इसकी समाप्ति तिथि पारंपरिक रूप से 23 सितंबर होती है।हालांकि, इस साल मानसून अक्टूबर के आखिर तक बढ़ा दिया गया है। दक्षिण से आने वाले बादल सामान्य शुरुआत से तीन दिन पहले 10 जून को पश्चिमी क्षेत्र से नेपाल में प्रवेश कर गए। पिछले साल, यह घटना सामान्य शुरुआत तिथि से एक दिन बाद 14 जून को शुरू हुई थी।