विदेश

Explainer: ईरान व लेबनान में रहते हैं इतने भारतीय, इन पर जंग का यह हो रहा असर, जानिए अब भारत सरकार क्या कदम उठाएगी

Indian citizens in Iran and Lebanon: इजराइल से जंग कई लोगों के लिए बर्बादी लाई है। ईरान में भारतीय छात्र मेडिकल की स्टडी करते हैं तो लेबनान में भारतीय कई बिजनेस करते हैं।

नई दिल्लीOct 09, 2024 / 03:47 pm

M I Zahir

Israel iran War

Indian citizens in Iran and Lebanon : इजराइल की ईरान व लेबनान से जंग (Israel Iran conflict) होने के कारण इन दोनों देशों में रह रहे भारतीय भी प्रभावित हुए हैं। ईरान शिया मुस्लिम देश है जिसकी अर्थव्यवस्था तेल पर निर्भर है। भारत के विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, ईरान में 10,765 भारतीय रह रहे हैं। जबकि लेबनान में 4000 से अधिक भारतीय रहते हैं और भारत सरकार ने सभी से जल्द से जल्द वहां से चले जाने का आग्रह किया है। ईरान और इजराइल युद्ध (iran israel war) का भारत पर कई तरह का असर पड़ सकता है। ईरान और इजराइल के बीच युद्ध से भारत ​के हरियाणा के किसान प्रभावित हुए हैं। वहीं दोनों देशों के बीच संघर्ष से वैश्विक तेल बाजार प्रभावित हो सकता है, जिससे भारत में तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं। भारत एक बड़ा तेल आयातक है, भारत पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

भारत के ईरान और इजराइल दोनों के साथ रणनीतिक संबंध

अहम बात यह है कि भारत के ईरान और इजराइल दोनों के साथ रणनीतिक संबंध (india on israel war) हैं। अगर संघर्ष बढ़ता है, तो भारत को संतुलन बनाए रखने में कठिनाई हो सकती है। इसके अलावा, यह क्षेत्रीय स्थिरता को भी प्रभावित कर सकता है, जो भारत की सुरक्षा और विकास के लिए महत्वपूर्ण है। युद्ध की स्थिति में, आतंकवाद और उग्रवाद की गतिविधियां बढ़ सकती हैं, जो भारत के लिए सुरक्षा की दृष्टि से चिंता का विषय हो सकती हैं। युद्ध के कारण व्यापारिक गतिविधियों में बाधा आ सकती है, जिससे भारत के व्यापारिक हित प्रभावित हो सकते हैं। अगर संघर्ष बढ़ता है, तो इससे मध्य पूर्व से शरणार्थियों का प्रवाह हो सकता है, जो भारत पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है। इस तरह, ईरान और इजराइल के बीच युद्ध का भारत के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक पहलुओं पर (india iran relation) प्रभाव पड़ सकता है।

लेबनान और इजराइल जंग से भारत पर असर

लेबनान और इजराइल युद्ध से मानवीय संकट उत्पन्न हो सकता है, जिससे शरणार्थियों की संख्या बढ़ सकती है। भारत को इस स्थिति में मानवीय सहायता देने की आवश्यकता हो सकती है। भारत में कई समुदाय हैं जो लेबनान और इजराइल से संबंधित (india israel relation)हैं। संघर्ष के चलते इन समुदायों के बीच ((iran israel war impact) )तनाव उत्पन्न हो सकता है। इस प्रकार, लेबनान और इजराइल के बीच युद्ध का भारत के लिए आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण प्रभाव हो सकता है। इसके अलावा युद्ध के कारण मानवीय संकट उत्पन्न हो सकता है, जिससे शरणार्थियों की संख्या बढ़ सकती है। भारत को इस स्थिति में मानवीय सहायता प्रदान करने की आवश्यकता हो सकती है। इस प्रकार, लेबनान और इजराइल के बीच युद्ध का भारत के लिए आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण प्रभाव हो सकता है।

भारत सरकार के कदम

भारत सरकार भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए विशेष उपाय कर सकती है, जैसे स्थानीय सुरक्षा बलों के साथ समन्वय करना।
अगर स्थिति बिगड़ती है, तो सरकार भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए योजना बना सकती है।
भारतीय दूतावासों को सक्रिय करने और नागरिकों को सहायता प्रदान करने के लिए निर्देश दिए जा सकते हैं।
स्थानीय भारतीय समुदायों के साथ संवाद बढ़ा कर उनकी समस्याएं समझने और समाधान करने का प्रयास किया जा सकता है।
ये भी पढ़ें: भारत से नफरत करने वाले मालदीव को मिली करोड़ों डॉलर की सौगात, इन अहम मुद्दों पर बनी बात

Shanghai MCN Conference में इस हाई प्रोफाइल इंडो-पैसिफिक सेलिब्रिटी ने कर दिया कमाल! जानिए कैसे ?

Hindi News / world / Explainer: ईरान व लेबनान में रहते हैं इतने भारतीय, इन पर जंग का यह हो रहा असर, जानिए अब भारत सरकार क्या कदम उठाएगी

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.