दक्षिणी लेबनान में युद्ध विराम का आह्वान
इज़राइली हमले में हिज़बुल्लाह नेता हसन नसरुल्लाह और अन्य कमांडरों के मरने के बाद से हिज़बुल्लाह और इज़राइल के बीच युद्ध तेज हो गया है। हिज़बुल्लाह के कार्यकारी प्रमुख नईम कासिम ( Naeem Qasim) ने कहा कि हिज़बुल्लाह इज़राइल को नुकसान पहुंचाएगा, लेकिन उन्होंने इसके चलते दक्षिणी
लेबनान में युद्ध विराम का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जंग का समाधान युद्ध विराम है। हम कमज़ोरी की स्थिति से बात नहीं कर रहे हैं। इसके बाद, निवासी उत्तर में लौट आएंगे और अन्य उपाय किए जाएंगे। इज़राइल में कहीं भी हमला करें ,क्योंकि उसके दुश्मन ने लेबनान में भी ऐसा ही किया है। हमलों के साथ और अधिक इज़राइली विस्थापित हो गए हैं और सैकड़ों हजारों विस्थापित हो गए हैं, यहां तक कि दो मिलियन से अधिक लोग बेघर हो गए हैं और वे हर समय खतरे में हैं। हम इज़राइली सेना और उसके लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करेंगे। ठिकानों और बैरकों पर इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने मीडिया रिपोर्टों में कहा कि इज़राइल बेरूत सहित लेबनान में हर जगह हिज़बुल्लाह पर बेरहमी से हमला करना जारी रखेगा।
दोनों पक्षों के बीच वार्ता और समाधान की आवश्यकता
इस संघर्ष की जड़ें क्षेत्रीय राजनीतिक अस्थिरता और सुरक्षा चिंताओं में हैं। इज़राइल ने हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर आक्रमण किया है, जिसके परिणामस्वरूप
हिज़बुल्लाह ने जवाबी कार्रवाई की योजना बनाई है। इस स्थिति ने न केवल सैन्य टकराव को बढ़ाया है, बल्कि इससे नागरिकों के लिए भी गंभीर मानवीय संकट उत्पन्न हो गया है। संघर्ष के बढ़ने के कारण कई लोगों का विस्थापन हुआ है और क्षेत्र में मानवीय सहायता की आवश्यकता बढ़ गई है। हिज़बुल्लाह के नेता नसरुल्लाह और कार्यकारी प्रमुख कासिम की टिप्पणियाँ इस बात को रेखांकित करती हैं कि दोनों पक्षों के बीच वार्ता और समाधान की आवश्यकता है, लेकिन किसी भी पक्ष की कमजोरी का फायदा नहीं उठाना चाहिए। इस प्रकार, “हिज़बुल्लाह-इज़राइल संघर्ष” एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील विषय है, जिसे न केवल स्थानीय बल्कि वैश्विक स्तर पर ध्यान देने की आवश्यकता है।