15 महीने बाद हुई रिहाई
हमास ने इस वीडियो को रिकॉर्ड किया और तब जारी किया जब इज़राइली बंधक करीना एरीव (20), डेनिएला गिल्बोआ (20), नामा लेवी (20) और लिरी एलबाग को रेड क्रॉस को सौंप दिया गया। चारों महिला सैनिकों को 7 अक्टूबर 2023 के हमास के आतंकवादी हमले के दौरान इज़राइल से अग़वा कर लिया गया था और तब से ग़ाज़ा में ही रखा गया था।
महिला सैनिकों के सर्टिफिकेट में क्या था?
जानकारी के मुताबिक, महिला सैनिकों को एक प्रमाण पत्र और फिलिस्तीनी झंडे के साथ चाबी का गुच्छे के साथ ‘कैदी रिहाई फॉर्म’ दिया गया। ये सारे तोहफे एक भूरे रंग के बैग में आए थे, जिसके सामने हमास की सशस्त्र शाखा एजेदीन अल-कासम ब्रिगेड का प्रतीक चिह्न बना हुआ है।
महिलाओं से मंच पर कराई परेड
तोहफे हाथ में लेने के बाद सभी महिला सैनिकों को हमास की ओर से तैयार किए गए एक स्टेज पर ले जाया गया। दर्जनों हथियारबंद और नकाबपोश हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के बंदूकधारी ग़ाज़ा के चौक पर स्थापित मंच के चारों ओर घेरा बना कर खड़े हुए थे। अपहरणकर्ताओं के साथ शांति से मंच पर चलने के बाद चारों ने हमास की जुटाई भीड़ की ओर हाथ हिलाया। इसके बाद उन्हें रेड क्रॉस के हवाले कर दिया गया, जो बंधकों की अदला-बदली में भूमिका निभा रही है।