सामने आए 12 मामले
कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच वैज्ञानिकों ने एक और वैरिएंट का पता लगाया है। आईएचयू नाम के इस वैरिएंट की बात करें तो यह मूल कोविड वायरस के मुकाबले ज्यादा टीका प्रतिरोधी और संक्रामक हो सकता है। IHU वैरिएंट की खोज फ्रांस में हुई है। फ्रांस के मारसैल में नए वैरिएंट के 12 मामले सामने आए हैं।
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कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच वैज्ञानिकों ने एक और वैरिएंट का पता लगाया है। आईएचयू नाम के इस वैरिएंट की बात करें तो यह मूल कोविड वायरस के मुकाबले ज्यादा टीका प्रतिरोधी और संक्रामक हो सकता है। IHU वैरिएंट की खोज फ्रांस में हुई है। फ्रांस के मारसैल में नए वैरिएंट के 12 मामले सामने आए हैं।
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अफ्रीकी देश से लौटे लोगों में दिखे लक्षण
कोरोना के नए वैरिएंट के मामले भी उन लोगों में देखने को मिले हैं जो अफ्रीकी देश कैमरून से लौटे थे। ओमिक्रॉन की दहशत के बीच फ्रांस में वैज्ञानिकों को मिले इस नए वैरिएंट से हड़कंप मच गया है। वैज्ञानिकों की खोज में सामने आए B.1.640.2 यानी IHU वैरिएंट के बारे में दावा किया जा रहा है कि यह टीका लगवा चुके और एक बार संक्रमित हुए लोगों को भी शिकार बना सकता है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक इस वैरिएंट के 46 म्यूटेशन हो सकते हैं, जो ओमिक्रॉन के मुकाबले कहीं ज्यादा हैं।
कोरोना के नए वैरिएंट के मामले भी उन लोगों में देखने को मिले हैं जो अफ्रीकी देश कैमरून से लौटे थे। ओमिक्रॉन की दहशत के बीच फ्रांस में वैज्ञानिकों को मिले इस नए वैरिएंट से हड़कंप मच गया है। वैज्ञानिकों की खोज में सामने आए B.1.640.2 यानी IHU वैरिएंट के बारे में दावा किया जा रहा है कि यह टीका लगवा चुके और एक बार संक्रमित हुए लोगों को भी शिकार बना सकता है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक इस वैरिएंट के 46 म्यूटेशन हो सकते हैं, जो ओमिक्रॉन के मुकाबले कहीं ज्यादा हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) की जांच में कहा गया है कि फ्रांस के अलावा किसी और देश में यह वैरिएंट अब तक नहीं मिला है। हालांकि इस बीच महामारी विज्ञानी एरिक फेगल डिंग ने ट्विटर पर कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट्स सामने जरूर आ रहे हैं, लेकिन यह नहीं कहा जा सकता है कि ये पुराने वैरिएंट्स के मुकाबले ज्यादा खतरनाक हैं।
बता दें कि फ्रांस में कोरोना के कुल केसों में से 60 फीसदी ओमिक्रॉन के हैं। इस वैरिएंट को Méditerranée Infection Foundation ने 10 दिसंबर को खोजा था। इस बीच राहत की बात यह है कि ये वैरिएंट फिलहाल तेजी से नहीं फैल रहा है। हालांकि अभी यह भी देखना बाकी है कि क्या अन्य देशों में भी वैरिएंट IHU पहुंचा है या नहीं।
दरअसल अन्य देशों में इस वैरिएंट की पुष्टि होने के बाद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) इस वैरिएंट को अंडर इंवेस्टिगेशन का लेबल देकर इसकी आगे की जांच करेगा।
दरअसल अन्य देशों में इस वैरिएंट की पुष्टि होने के बाद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) इस वैरिएंट को अंडर इंवेस्टिगेशन का लेबल देकर इसकी आगे की जांच करेगा।
इस वजह है ज्यादा खतरनाक
कोरोना का नया वैरिएंट आईएचयू इसलिए ज्यादा खतरनाक है क्योंकि ये कई बार रूप बदल रहा है। इसके म्यूटेट की वजह से ही इसे ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है।
कोरोना का नया वैरिएंट आईएचयू इसलिए ज्यादा खतरनाक है क्योंकि ये कई बार रूप बदल रहा है। इसके म्यूटेट की वजह से ही इसे ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है।
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भारत में तेजी से पैर पसार रहा ओमिक्रॉन
दुनियाभर में दहशत फैलाने वाला ओमिक्रॉन भारत में भी तेजी से पैर पसार रहा है। यहां कई राज्यों में ओमिक्रॉन मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। देश में कुल ओमिक्रॉन मामलों की बात करें तो इनकी संख्या 1892 हो चुकी है। सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र और राजधानी दिल्ली में इसके केस देखने को मिल रहे हैं। महाराष्ट्र में जहां 568 केस सामने आए हैं, वहीं दिल्ली में ओमिक्रॉन के 382 केस सामने आ चुके हैं।
भारत में तेजी से पैर पसार रहा ओमिक्रॉन
दुनियाभर में दहशत फैलाने वाला ओमिक्रॉन भारत में भी तेजी से पैर पसार रहा है। यहां कई राज्यों में ओमिक्रॉन मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। देश में कुल ओमिक्रॉन मामलों की बात करें तो इनकी संख्या 1892 हो चुकी है। सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र और राजधानी दिल्ली में इसके केस देखने को मिल रहे हैं। महाराष्ट्र में जहां 568 केस सामने आए हैं, वहीं दिल्ली में ओमिक्रॉन के 382 केस सामने आ चुके हैं।