क्या है ये कानून?
इस कानून के मुताबिक इजरायल के सभी योग्य नागरिकों (महिला-पुरुष दोनों) को एक निर्धारित आयु सीमा के भीतर सेना में अपनी सेवा देनी होती है। पुरुषों के लिए इजरायल में सैन्य सेवा की मियाद लगभग 32 महीने और महिलाओं के लिए लगभग 24 महीने यानी दो साल की होती है। इजरायल में ये कानून देश की सुरक्षा स्थिति के चलते लागू किया गया है। इजरायल के इस कानून का उद्देश्य देश की सुरक्षा को मजबूत करना है। क्योंकि इज़राइल भू-राजनीति के लिहाज से एक संवेदनशील क्षेत्र में स्थित है। इसके चलते इसे लगातार बाहरी खतरों का सामना करना पड़ता है।इजरायल में इस कानून के कुछ अहम नियम
1- इजरायल में पुरुषों को 18 साल की उम्र पूरी करने के बाद लगभग 32 महीने की सैन्य सेवा करनी होती है ये अनिवार्य ही है। 2- महिलाएं 18 साल की उम्र पूरी करने के बाद लगभग 24 महीने के लिए सेना में शामिल होना होता है। 3- महिलाओं के लिए ये अनिवार्यता कुछ विशेष परिस्थितियों में छूट के साथ लागू होती है जैसे शादी, गर्भावस्था, धार्मिक मान्यताएं।
4- अरब समुदाय के इजरायली नागरिकों को इस अनिवार्य सेवा से छूट दी गई है।
5- हारेदी यहूदी समुदाय (रुढ़िवादी यहूदी) को धार्मिक कारणों से छूट मिल सकती है। 6- शारीरिक या मानसिक बीमारी के चलते भी सैन्य सेवा में छूट दी जा सकती है।
5- हारेदी यहूदी समुदाय (रुढ़िवादी यहूदी) को धार्मिक कारणों से छूट मिल सकती है। 6- शारीरिक या मानसिक बीमारी के चलते भी सैन्य सेवा में छूट दी जा सकती है।
7- अगर कोई नागरिक सेना में नहीं जाना चाहता तो उनके सामने सिविल सेवा का ऑप्शन रखा जाता है। 8- जो नागरिक इस अनिवार्य सैन्य सेवा को पूरी कर लेते हैं फिर उन्हें रिजर्व फोर्स में रखा जाता है।
9- पुरुषों को आमतौर पर 40 साल की उम्र तक सालाना कुछ हफ्तों के लिए रिजर्व सेवा करनी पड़ती है। 10- महिलाओं को रिजर्व सेवा से छूट मिलती है। लेकिन वे अपनी इच्छा से सेना में सेवाएं दे सकती हैं।
11- इजरायल के जो नागरिक अपने शारीरिक या मानसिक स्वास्थ्य के चलते सेना में लड़ाकू भूमिका नहीं निभा सकते उन्हें गैर-लड़ाकू पदों जैसे प्रशासन, आईटी, या चिकित्सा सेवाओं में भर्ती दी जाती है।