मॉर्फ्ड वीडियो भी शेयर किए जिन पर लोगों ने भरोसा किया
चैटबॉट ने कहा कि मस्क सबसे ज़्यादा फॅालो किए जाने वाले यूज़र हैं। इसकी वजह से उनके पोस्ट को अरबों लोग देखते हैं। उसी पहुंच का लाभ उठाकर गलत सूचना फैलती है। जैसे की 2024 चुनाव से पहले मस्क की गलत चुनाव संबंधी पोस्ट को 2 बिलियन बार देखा गया था। उन्होंने छेड़छाड़ किए गए वीडियो और गलत आरोपों को साझा किया, जिसमें गैर-नागरिकों द्वारा मतदान के आरोप भी शामिल हैं। ग्रोक का कहना है कि एलन मस्क के चुनाव से संबंधित पोस्ट का विश्लेषण करने पर पाया गया कि उनमें भ्रामक या झूठे दावे शामिल किए गए हैं। सिर्फ इतना ही इन सूचनाओं को अरबों बार लोगों ने देखा है। सेंटर फॉर काउंटरिंग डिजिटल हेट की एक रिपोर्ट में पाया गया कि 2024 के चुनाव से पहले मस्क की चुनाव संबंधी गलत सूचना को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर 2 बिलियन से ज्यादा बार देखा गया है।
प्रभावशाली शख्स की सूचनाएं ज्यादा होता है प्रभाव
सिर्फ इतना ही नहीं मस्क ने अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव की मतदान प्रक्रियाओं के बारे में दावों को खारिज किया है। जिसमें गैर-नागरिक मतदान के बारे में आरोप भी शामिल हैं। जो कि एक गलत सूचना है। लेकिन मस्क ने इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया। इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि इस सूचना से काफी प्रभाव पड़ता है, वो भी तब जब ये सूचना देने वाला शख्स मस्क जैसा प्रभावशाली शख्स हो। ये भी पढ़ें- 30 साल बाद जो बाइडेन से मिले डोनाल्ड ट्रंप ने कह दी ऐसी बात, देखते रहे गए अमेरिकी राष्ट्रपति ये भी पढ़ें- Elon Musk के साथ भारतवंशी विवेक रामास्वामी को ट्रंप कैबिनेट में मिली जगह, जानिए कौन सा विभाग मिला