मंगल पर कैसे होंगे घर
मंगल ग्रह पर छोटे गुंबदनुमा आवास बनाए जाएंगे। गुंबद रेडिएशन से बचाएंगे, रहने लायक तापमान बनाए रखेंगे और सांस लेने के लिए हवा देंगे। मंगल बंजर और ठंडा ग्रह है। इसके पतले वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड ज्यादा है। वहां पानी ढूंढना काफी मुश्किल है। पानी की आपूर्ति के लिए स्पेसएक्स के वैज्ञानिक मंगल की सतह के नीचे से बर्फ निकालने के तरीकों की खोज कर रहे हैं।
वहां प्रजनन की संभावनाओं पर शोध जारी
स्पेसएक्स की एक टीम मंगल के प्रतिकूल वातावरण से निपटने के लिए स्पेससूट बनाने पर काम कर रही है, जबकि दूसरी टीम इस पर शोध कर रही है कि क्या वहां मनुष्य बच्चे पैदा कर सकते हैं? मस्क का कहना है कि इंसानों के लिए खाना, पानी और ऑक्सीजन शुरुआती चरणों में पृथ्वी से भेजे जाएंगे। धीरे-धीरे इन पर वहीं काम किया जाएगा।
हो चुका है स्टारशिप का सफल परीक्षण
मस्क ने बताया कि स्पेसएक्स ने पहला रियूजेबल रॉकेट स्टारशिप बनाया है। इससे अंतरिक्ष मिशन की लागत कम होगी। स्पेसएक्स के सबसे ताकतवर लॉन्च व्हीकल स्टारशिप ने इस साल जून में सफल परीक्षण उड़ान भरी थी। इसे टेक्सास में निजी स्टारबेस से लॉन्च किया गया था। रॉकेट की बाद में हिंद महासागर में लैंडिंग कराई गई। इससे पहले स्टारशिप के तीन परीक्षण नाकाम रहे थे।