वहीं, यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप केंद्र ( European-Mediterranean Seismological Centre ) ने भूकंप की तीव्रता 7.7 बताई है। इसके मुताबिक भूकंप का केंद्र पांच किमी की गहराई पर था। यह भी पढ़ेँः Earthquake : 6.1 तीव्रता के भूकंप से पूर्वोत्तर कांपा, कोलकाता और मिजोरम में भी महसूस किए गए झटके
इंडोनेशिया में मंगलवार की सुबह दहशत के बीच हुई, जब जोरदार भूकंप के झटकों ने हर किसी को डरा दिया। लेकिन लोगों की चिंता यहीं खत्म नहीं हुई क्योंकि इसके बाद सुनामी को लेकर चेतावनी जारी कर दी गई है। दरअसल भूंकप का झटके इतने जोरदार थे कि लोगों घबराकर घरों से बाहर आ गए।
वहीं प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र के मुताबिक भूकंप केंद्र के 1,000 किमी के अंदर स्थित तटों पर खतरनाक लहरें आने की संभावना बनी हुई है। यूएसजीएस ने कहा कि भूकंप की वजह से हताहत होने वाले लोगों की संख्या कम है।
हालांकि, इस क्षेत्र में हाल के भूकंपों ने सुनामी और भूस्खलन का खतरा पैदा किया है। यह भी पढ़ेँः दुबई की धरती T-20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले से ठीक पहले हिली, महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके
2004 में दहल चुका इंडोनेशिया
बता दें कि ये पहली बार नहीं जब भूंकप के जोरदार झटकों ने इंडोनेशिया को हिलाकर रख दिया हो। इससे पहले वर्ष 2004 में इंडोनेशिया में सबसे खतरनाक भूकंप का सामना किया था।
बता दें कि ये पहली बार नहीं जब भूंकप के जोरदार झटकों ने इंडोनेशिया को हिलाकर रख दिया हो। इससे पहले वर्ष 2004 में इंडोनेशिया में सबसे खतरनाक भूकंप का सामना किया था।
सुमात्रा के पास आए 9.1 तीव्रता के उस भूकंप के दौरान सुनामी ने भी दस्तक दी थी और इंडोनेशिया में तकरीबन डेढ़ लाख लोगों से अधिक की मौत हो गई थी। यही नहीं जीएफजेड जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (जीएफजेड) ने मुताबिक इसी वर्ष मई के महीने में भी इंडोनेशिया को जोरदार भूकंप का सामना करना पड़ा। इस दौरान सुमात्रा द्वीप के उत्तर पश्चिमी तट पर 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था। हालांकि इससे बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन लोग दहशत में रहे।