रक्षा, खुफिया, कानून जैसे मंत्रालय भी युवाओं को
परंपरागत रूप से, रक्षा, खुफिया, कूटनीति, आव्रजन और कानून की देखरेख करने वाले प्रमुख पदों के लिए स्थापित नेताओं को चुना जाता रहा है। हालांकि, ट्रम्प 2.0 टीम में उभरते हुए राजनेता शामिल हैं जो ज्यादातर 40-45 साल की उम्र के हैं। जैसे ट्रंप ने तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard) को नेशनल इंटेलिजेंस का डायरेक्टर बनाया है जो 43 साल की है, वहीं टेक दिग्गज एलन मस्क (53) (Elon Musk) के साथ सरकारी दक्षता विभाग (डीओजीइ) का नेतृत्व करने के लिए चुने गए विवेक रामास्वामी केवल 39 वर्ष के हैं। कुल मिलाकर ट्रंप की ओर से सरकार चलाने के लिए अब तक चुने गए साथियों की औसत उम्र 50.8 साल है, जबकि इन्हीं पदों पर बाइडन की टीम की औसत उम्र 61.7 साल थी।वफादारी को मिल रहा ट्रंप से इनाम
ट्रंप की अब तक की पसंद एक ऐसे मंत्रिमंडल की ओर इशारा करती है जो वफादारी पर आधारित है और पारंपरिक नियुक्तियों से बिलकुल अलग है। जैसे फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रुबियो को विदेश मंत्री के रूप में नामित किया गया है। 2016 के रिपब्लिकन प्राइमरी के दौरान उन्होंने ट्रंप को ‘धोखेबाज’ तक कहा था, जबकि अब वे ट्रंप के सहयोगी बन गए हैं। फ्लोरिडा के प्रतिनिधि मैट गेट्ज को न्याय विभाग का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है जो ट्रंप के वफादार माने जाते हैँ। 42 वर्षीय गेट्ज का चयन विवादों के बीच हुआ है। उन्होंने कदाचार के आरोपों के बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया, जिसमें नाबालिग के साथ यौन संबंध के लिए भुगतान करने के दावों की जांच भी शामिल है, जिसका उन्होंने खंडन किया है। ट्रंप ने गेट्ज की निष्ठा और दृढ़ संकल्प की प्रशंसा की है। अरकंसास के पूर्व गवर्नर माइक हुकाबी को इजरायल में राजदूत के रूप में चुना गया है। हुकाबी का चयन ट्रंप के इंजील ईसाइयों के बीच मजबूत समर्थन को दर्शाता है, जो इजरायल को अपने विश्वास का केंद्र मानते हैं। ट्रंप के 2024 के अभियान को प्रबंधित करने वाली विश्वसनीय सलाहकार सूसी विल्स को चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया गया है। इंडिया कॉकस के प्रमुख कांग्रेसी वाल्ट्ज ट्रंप की विदेश नीति रणनीति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।हिंदू नेता तुलसी गबार्ड संभालेंगी 18 खुफिया एजेंसियों की कमान
पूर्व डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि से कट्टर ट्रंप समर्थक बनी तुलसी गबार्ड को अपने दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में नामित करते हुए उन्हें निडर रिपब्लिकन बताया है। वह 18 जासूसी एजेंसियों को संभालेंगी। वर्ष 2022 में डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ने के बाद, तुलसी ने इस साल की शुरुआत में ट्रंप का समर्थन किया। तुलसी करीब दो दशकों तक अमरीकी सेना की शाखा नेशनल गार्ड में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। वह इराक और कुवैत में भी तैनात रह चुकी हैं। हालांकि, तुलसी ने पिछले निदेशकों के विपरीत कोई वरिष्ठ सरकारी भूमिका नहीं निभाई है लेकिन उन्हें हाउस होमलैंड सिक्योरिटी कमेटी में दो साल का अनुभव है।भगवद् गीता से ली पद की शपथ
तुलसी को अक्सर उनके नाम की वजह से भारतीय समझ लिया जाता है लेकिन वह भारतीय नहीं है लेकिन खुद को हिंदू मानती हैं। वह अमरीकी समोआ मूल की है और उनकी मां ने हिंदू धर्म अपना लिया था और अपने सभी बच्चों के नाम हिंदू रखे थे। ऐसे में तुलसी भी खुद को हिंदू मानती हैं और इस नाते वह पहली हिंदू अमरीकी कांग्रेसवुमन थीं। तुलसी ने भगवद् गीता पर हाथ रखकर पद की शपथ ली थी।क्या सोचते हैं ट्रंप?
अधिकांश राष्ट्रपति समझते हैं कि उन्हें अपने कार्यक्रमों व योजनाओं को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए सरकार में सक्षम, अनुभवी और उम्रदराज कर्मचारियों की आवश्यकता है। मुझे नहीं लगता कि ट्रंप भी ऐसा सोचते हैं। – डैनियल फारबर, कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में कानून के प्रोफेसरखास पदों पर अब युवा रहेंगे काबिज
बाइडन कैबिनेटकमला हैरिस (60)
जेफ जिएंट्स (58)
जेक सुलिवन (47)
लॉयड ऑस्टिन (71)
विलियम बर्न्स (68)
अलेजेंद्रो मायोरक्स(64)
लिंडा थॉमस (72)
कमला हैरिस (60)
एवरिल हेन्स (55)
औसत उम्र 61.7
कैबिनेट में पद
वाइस प्रेसिडेंटचीफ ऑफ स्टाफ
नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी चीफ
रक्षा मंत्री
सीआइए चीफ
होमलैंड डिफेंस
संयुक्त राष्ट्र दूत
बॉर्डर जार
इंटेलिजेंस डायरेक्टर
ट्रंप नामांकन
जेडी वेंस (40)सूसी विल्स (67)
माइक वाल्ट्ज (50)
पीट हेगसेथ (44)
जॉन रैटक्लिफंं (5ं9)
क्रिस्टी नोएम(52)
एलिस स्टेफैनिक (40)
टॉम होमन (62)
तुलसी गबार्ड (43) औसत उम्र: 50.8 यह भी पढ़ें – USA-Canada Border: Donald Trump की धमक से कनाडा में हाई अलर्ट, बॉर्डर सील, चप्पे-चप्पे पर नजर