8 लाख करोड़ की बेहिसाब नकदी
खान ने कहा पाक की अर्थव्यवस्था में 8 लाख करोड़ तक की नकदी ऐसी है जिसका कोई हिसाब नहीं है। ये नकदी अर्थव्यवस्था में सर्कुलेशन में बनी हुई है लेकिन इस पर टैक्स बहुत कम आता है। खान ने कहा, नोटबंदी से करीब 8 लाख करोड़ रुपए रुपये बैंकों के पास वापस आ जाएंगे और सरप्लस पैसा उपलब्ध होगा। इससे बैंकों के पास लोन देने के लिए नकदी आ जाएगी और इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। अर्थशास्त्री ने कहा कि किसी भी देश में नोटबंदी के फैसले को लेकर विरोध होता है, पर यह देश के लिए जरूरी है। बता दें, 2016 में भारत में हुए नोटबंदी के बाद पाकिस्तान की सीनेट में काले धन के प्रवाह को रोकने के लिए 5,000 रुपये के नोटों को चरणबद्ध तरीके से वापस लेने की मांग करते हुए एक गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव पारित किया गया था। हालांकि इस प्रस्ताव के पारित होने के बाद पाकिस्तान की सरकार ने इसे रद्द कर दिया था।