कोरोना महामारी कुछ देशों में वापस लौटती दिख रही है। छोटे देशों की अपेक्षा बड़े देशों में हालात ज्यादा चिंताजनक हैं। पहले, रूस, इजराइल फिर चीन और अब ब्रिटेन समेत कुछ यूरोपीय देशों में हालात बिगड़ रहे हैं।
ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं। इस कोरोना वेरिएंट का नाम एवाई.4.2 (AY.4.2) है। इसे डेल्टा प्लस वेरिएंट भी कहा जा रहा है, क्योंकि यह डेल्टा वेरिएंट का ही सब-लीनिएज है। ब्रिटेन में इस नए वेरिएंट के कारण कोरोना संक्रमितों की संख्या बीते तीन दिनों से 50 हजार के करीब पहुंच गई है। रूस और इजरायल में भी डेल्टा स्ट्रेन के एक सब-वेरिएंट के मामले पता चले हैं।
यह भी पढ़ें
-सख्त फैसला: आस्ट्रेलिया में माता-पिता की मंजूरी के बाद ही बच्चे कर सकेंगे सोशल मीडिया का इस्तेमाल
ब्रिटेन में पाए गए इस एवाई.4.2 वेरिएंट को मूल डेल्टा वेरिएंट से 10-15 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है। हालांकि, अभी विशेषज्ञ यही कह रहे हैं कि इसके बड़े पैमाने पर फैलने की संभावना कम है, मगर इसकी जांच की जा रही है। अगर ज्यादा मामले सामने आते हैं, तो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से इस वेरिएंट को वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट की लिस्ट में शामिल किया जा सकता है। अगर इसके बावजूद मामले और तेजी से बढ़ते गए तो इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न की लिस्ट में रखा जाएगा। एवाई 4.2 असल में डेल्टा वेरिएंट के एक सब-टाइप का प्रस्तावित नाम है. इसके स्पाइक प्रोटीन में दो म्यूटेशन वाई 145एच और ए222वी हैं. जुलाई 2021 में यूके के एक्सपर्ट्स ने एवाई.4.2 की पहचान की. एक अनुमान के मुताबिक, इस नए सब-टाइप की यूके के नए मामलों में 8-9 परसेंट की हिस्सेदारी है।
यह भी पढ़ें
- WHO की आज महत्वपूर्ण बैठक, कोवैक्सीन को मिल सकती है मंजूरी
यूकेएचएसए का कहना है, ‘डेल्टा वेरिएंट के म्यूटेशन को डेल्टा AY.4.2 के रूप में जाना जाता है, जिसे 20 अक्टूबर 2021 को यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने वेरिएंट अंडर इन्वेस्टिगेशन के तौर पर नामित किया था और इसका आधिकारिक नाम VUI-21OCT-01 रखा गया है। ब्रिटेन में डेल्टा वेरिएंट ने काफी कहर बरपाया है। जीनोम सीक्वेंसिंग के बाद पता चला कि जुलाई से लेकर 20 अक्टूबर तक इंग्लैंड में VUI-21OCT-01 के कुल 15,120 मामले सामने आए हैं। इसका पहला मामला जुलाई महीने में सामने आया था (UK Coronavirus Cases) बीते हफ्ते तक डेल्टा वेरिएंट के कुल मामलों में 6 फीसदी VUI-21OCT-01 से जुड़े थे। ये पुष्टि इंग्लैंड के सभी नौ क्षेत्रों में जीनोम सीक्वेंसिंग के बाद की गई है। अब इस नए म्यूटेंट की जांच कर इससे जुड़े खतरों के बारे में अधिक जानकारी जुटाई जा रही है।