पश्चिमी असर वाले रास्तों पर घटेगी निर्भरता चाइना रेलवे फर्स्ट सर्वे एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट ग्रुप कंपनी लिमिटेड के वैज्ञानिकों ने यह व्यवहार्यता अध्ययन किया था। अध्ययन के अनुसार, प्रोजेक्ट की भारी लागत के बावजूद इस प्रोजेक्ट में यूरेशियन महाद्वीप की व्यापार और भू-राजनीति को नए सिरे आकार देने की क्षमता है, इसलिए इसे सभी जरूरी समर्थन दिया जाना चाहिए। इससे पश्चिमी असर वाले मार्गों पर चीन की निर्भरता घटेगी और ऐतिहासिक महत्व वाले सिल्क रोड को फिर से जीवित किया जा सकेगा।
चीन को अरब सागर से जोड़ेगा नया रेल मार्ग
पाकिस्तान में मुश्किल आर्थिक हालात को देखते हुए इसकी लागत 58 अरब डॉलर का ज्यादातर खर्च चीन उठाएगा। 2993 किमी लंबी इस रेलवे लाइन पर इतना खर्च इसलिए आ रहा है क्योंकि यहां कुछ इलाके पहाड़ी और बहुत ऊबड़-खाबड़ हैं। गौरतलब है कि यह रेलवे सिस्टम चीन को अरब सागर से जोड़ेगा और उसके लिए और अधिक व्यापार मार्ग खोलेगा। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, यह भविष्य में यह रेलवे कई और रेलवे प्रणालियों के लिए जमीनी आधार पैदा कर सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, आगे जाकर यह चीन को तुर्की और ईरान से भी जोड़ सकता है।
पाकिस्तान में मुश्किल आर्थिक हालात को देखते हुए इसकी लागत 58 अरब डॉलर का ज्यादातर खर्च चीन उठाएगा। 2993 किमी लंबी इस रेलवे लाइन पर इतना खर्च इसलिए आ रहा है क्योंकि यहां कुछ इलाके पहाड़ी और बहुत ऊबड़-खाबड़ हैं। गौरतलब है कि यह रेलवे सिस्टम चीन को अरब सागर से जोड़ेगा और उसके लिए और अधिक व्यापार मार्ग खोलेगा। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, यह भविष्य में यह रेलवे कई और रेलवे प्रणालियों के लिए जमीनी आधार पैदा कर सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, आगे जाकर यह चीन को तुर्की और ईरान से भी जोड़ सकता है।