X पर पोस्ट करते हुए किया दावा
चंद्रा आर्य ने पोस्ट में लिखा कि “मैं कनाडा का अगला प्रधानमंत्री बनने के लिए चुनाव लड़ रहा हूं, जिससे हमारे देश के पुनर्निर्माण और आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए पहले से ज्यादा कुशल सरकार का नेतृत्व कर सकूं।” आर्य ने कहा कि कनाडा को अब एक ऐसी सरकार की जरूरत है जो बड़े फैसले लेने से ना डरे। क्योंकि ऐसे फैसले ही कनाडा की अर्थव्यवस्था का फिर से खड़ा करेंगे। और सभी कनाडाई लोगों के लिए समान अवसर पैदा करेंगे। बता दें कि जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में भारत समेत खई देशों के साथ कनाडा के तनावपूर्ण संबंध हो गए हैं। खालिस्तान मुद्दे से निपटना और भारतीय छात्रों पर वीजा प्रतिबंध ने भारत के साथ इन रिश्तों में और ज्यादा दरार पैदा करने का काम किया है।
कौन हैं चंद्रा आर्य
बता दें कि भारतवंशी सांसद चंद्रा आर्य भारत के कर्नाटक के तुमकुर जिले के द्वारलू गाँव के रहने वाले हैं। उन्होंने कर्नाटक विश्वविद्यालय के कौसाली इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज़ से MBA की पढ़ाई की है। इसके बाद 2006 में चंद्रा आर्य कनाडा चले गए। यहां उन्होंने राजनीति में प्रवेश करने से पहले इंडो-कनाडा ओटावा बिजनेस चैंबर के अध्यक्ष के तौर पर काम किया।सियासत में कैसे आए?
चंद्रा आर्य ने 2015 के कनाडाई संघीय चुनाव में नेपियन राइडिंग के लिए चुनाव लड़ा, इसमें वो जीत गए और सांसद बन गए। उन्हें 2019 और 2021 के दोनों चुनावों में फिर से चुना गया। सिर्फ इतना ही नहीं चंद्रा आर्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर स्थायी समिति के सदस्य के तौर पर भी काम करते हैं। 2022 में आर्य कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स को अपनी मातृभाषा कन्नड़ में संबोधित करने वाले पहले सांसद बने। चंद्रा आर्य कनाडा के टोरंटो में कुछ महीनों पहले हुए हिंदू मंदिरों की तोड़फोड़ जैसे मुद्दों पर मुखर रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने खालिस्तानी चरमपंथियों को दोषी ठहराया था। इस मुद्दे पर उन्हें काफी पहचान मिली थी।