Protests against new abortion bill in Brazil
ब्राज़ील (Brazil) में गुरुवार को हज़ारों लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। ये लोग विरोध प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आए और जमकर अपना विरोध प्रदर्शन किया, नारेबाजी की और पोस्टर के ज़रिए अपना विरोध दिखाया। पढ़कर मन में सवाल आना लाज़िमी है कि किस वजह से ब्राज़ील में लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल इसकी वजह एक विवादास्पद बिल है। ब्राज़ील की कांग्रेस में एक अबॉर्शन (गर्भपात) बिल पेश किया गया है और इसी के खिलाफ लोग विरोध प्रदर्शित कर रहे हैं।
क्यों है यह बिल विवादास्पद?ब्राज़ील को कांग्रेस में पेश किया गया अबॉर्शन बिल विवादस्पद क्यों है? यह सवाल बेहद ही अहम है। दरअसल इस बिल के अनुसार 22 सप्ताह के बाद गर्भावस्था को खत्म करने के लिए गर्भपात कराने को हत्या माना जाएगा और यह रेप के मामलों पर भी लागू होगा। ऐसे में अगर कोई रेप पीड़िता, जो प्रेग्नेंट है, तय समयावधि के बाद गर्भपात कराती है, तो इसे भी हत्या माना जाएगा। भले ही पीड़िता की कुछ भी उम्र हो, उसे अपराधी माना जाएगा। फिलहाल इस तरह के मामलों में महिलाओं को छूट दी जाती है और गर्भपात को अपराध नहीं माना जाता। पर अगर यह बिल पास होता है, तो गर्भपात के लिए 20 साल तक की जेल की सज़ा का प्रावधान है। इसी वजह से यह बिल विवादास्पद है क्योंकि कई बार रेप पीड़िता को शुरू में यह पता ही नहीं चलता कि वो गर्भवती हो गई हैं और बाद में पता चलने पर गर्भपात कराने की हिम्मत जुटाने और फैसला लेने में समय लग जाता है। इसी वजह से ब्राज़ील में कई महिलाएं विरोध प्रदर्शित कर रही हैं और कई पुरुष भी उनका साथ दे रहे हैं।
रेप पीड़िता को गर्भधारण के लिए मजबूर करना गलतब्राज़ील में इस बिल का विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि रेप पीड़िता को गर्भधारण के लिए मजबूर करना सरासर गलत है। लोग नहीं चाहते कि यह बिल पास हो। प्रदर्शनकारियों ने अपना विरोध प्रदर्शित करने के लिए न सिर्फ पोस्टर्स दिखाए, बल्कि मोमबत्तियाँ भी जलाई और “एक लड़की माँ नहीं होती” के नारे भी लगाए।