क्या है मामला?
वॉट्सऐप ने 2019 में एनएसओ ग्रुप पर मुकदमा दायर किया था, जिसमें आरोप लगाया था कि मई, 2019 में कंपनी ने वॉट्सऐप के एक बग का फायदा उठाकर पेगासस (Pegasus) स्पाइवेयर के ज़रिए करीब 1400 लोगों में वायरस भेजा। इस स्पाइवेयर ने वॉट्सऐप सर्वरों तक अवैध पहुंच बनाई और यूज़र के डिवाइसेज़ पर जासूसी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया, जिससे उनकी बातचीत और डेटा की निगरानी की गई।एनएसओ ग्रुप को झटका
इस मामले में जहाँ वॉट्सऐप को जीत मिली है, वहीं एनएसओ ग्रुप को हैकिंग और अनुबंध के उल्लंघन का दोषी ठहराया गया है। अदालत ने कहा कि अब इस मामले में सिर्फ क्षतिपूर्ति के सवाल पर सुनवाई होगी। यह भी पढ़ें
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वॉट्सऐप प्रमुख की प्रतिक्रिया आई सामने
वॉट्सऐप के प्रमुख विल कैथकार्ट ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि यह जीत सिर्फ वॉट्सऐप की ही नहीं, बल्कि प्राइवेसी की भी जीत है। साथ ही कैथकार्ट ने यह भी कहा कि वॉट्सऐप हमेशा ही लोगों की प्राइवेसी की सुरक्षा का ध्यान रखेगा। यह भी पढ़ें