2025 के अंत तक होंगे चुनाव
अपने इसी संबोधन में, यूनुस ने चुनावों को आगे बढ़ाने के लिए राजनीतिक सहमति के बारे में बात की। मोहम्मद यूनुस ने कहा कि 2025 के अंत तक चुनाव कराना संभव हो सकता है। हालांकि, यूनुस ने स्वीकार किया कि जरूरी सुधारों को लागू करने के लिए और समय की जरूरत होगी। और अगर इसमें चुनावी प्रक्रिया और चुनाव सुधार आयोग की सिफारिशों को जोड़ें तो इसमें 6 महीने और लग सकते हैं। यूनुस ने फिर साफ किया कि चुनाव 2025 के अंत और 2026 की पहली छमाही के बीच हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि “मोटे तौर पर कहें तो चुनावों की समयसीमा 2025 के अंत और 2026 की पहली छमाही के बीच तय की जा सकती है।”बांग्लादेश में अस्थिरता के बीच होंगे चुनाव
गौरतलब है कि मोहम्मद यूनुस की ये टिप्पणी बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच आई है। शेख हसीना के 5 अगस्त को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बांग्लादेश और ज्यादा अस्थिर हो गया है। शेख हसीना को हटाने के लिए आरक्षण के नाम पर छात्र आंदोलन हुआ जिसमें कम से कम 600 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई। इधर हसीना भारत आ गईं और यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने कार्यभार संभाल लिया और अब वहां पर हिंदुओं समेत अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किया जा रहा है और तो और बांग्लादेश को मुस्लिम देश घोषित करने का प्रस्ताव भी लाया गया है।ट्रंप से डर रहे हैं मोहम्मद यूनुस
दरअसल युनूस सरकार को अब अपनी कुर्सी छिनने का डर सता रहा है। बांग्लादेश की एक रिपोर्ट के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप की जीत बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन करा सकती है, इसका मतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) जो अपने पद से इस्तीफा देकर भारत में रह रही हैं, वो वापस बांग्लादेश में सत्तानशीं हो सकती हैं। बांग्लादेश के अंतरिम पीएम मोहम्मद युनूस बाइडेन और डेमोक्रेट्स के करीब रहे हैं, वो रिपब्लिकन और ट्रंप को जरा भी पंसद नहीं करते। इसका एक उदाहरण तब देखने को मिला जब 2016 में ट्रंप ने पहली बार राष्ट्रपति चुनाव जीता था। तब मोहम्मद युनूस ने बयान दिया था कि डोनाल्ड ट्रंप की ये जीत ब्लैक डे और ग्रहण की तरह है। ऐसे में इन अटकलों को अब काफी हवा लग रही है कि ट्रंप के आने के बाद जल्द ही बांग्लादेश में भी सत्ता परिवर्तन हो जाए और शेख हसीना भारत से वापस बांग्लादेश चली जाएं।