बलूच कार्यकर्ता महरंग बलूच ने पाकिस्तान की सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि पाकिस्तानी बलूचिस्तान के लोगों को जबरन गायब कर देता है, उन्हें सालों तक अपने पास रखते है और फिर उन्हें मार देते हैं या उनके क्षत-विक्षत शवों को फेंक देते है। बलूचिस्तान के विभिन्न इलाकों से जबरन गायब किए गए लोगों के कई क्षत-विक्षत शव बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि ये बेहद चिंताजनक है।
महरंग बलूच ने इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र के रुख का भी जिक्र किया और कहा कि आखिरकार, संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान में गायब हुए लोगों के लिए एक रुख अपनाया। पाकिस्तान से जबरन गायब होने के खिलाफ कन्वेंशन की पुष्टि करने का आग्रह किया। बलूचिस्तान के लोगों ने दुनिया को अपनी दुर्दशा देखने के लिए बहुत लंबा इंतजार किया है।
संयुक्ता राष्ट्र ने लिया संज्ञान
संयुक्त राष्ट्र ने इस पर जांच और मुकदमा चलाने का आह्वान किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि समिति ने पाकिस्तान के राजनेताओं, सार्वजनिक अधिकारियों, मानवाधिकार प्रचारकों और जातीय और जातीय-धार्मिक समूहों के नेताओं से जुड़े जबरन गायब होने की रिपोर्टों की जांच और मुकदमा चलाएं। ये एक गंभीर मुद्दा है।
क्या है बलूचिस्तान का मुद्दा
बलूचिस्तान प्राकृतिक संसाधनों से भरा-पूरा राज्य है, साथ ही ये पाकिस्तान का सबसे बड़ा राज्य है। बावजूद इसके सियासी, आर्थिक, सांस्कृतिक तौर पर बलूचिस्तान को पाकिस्तान से तवज्जो नहीं मिलती। यही कारण है कि बूलचिस्तान लगातार पिछड़ता जा रहा है, यहां के लोग गरीब होते जा रहे हैं, जिसकी वजह से लोगों में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश है। सिर्फ यही नहीं बलूचिस्तान के लोग पाकिस्तान पर हत्या और उत्पीड़न जैसे आरोप भी लगाते हैं। इसलिए बलूचिस्तान के लोग पाकिस्तान से आजादी की मांग कई सालों से उठा रहे हैं। जिसे दबाने के लिए पाकिस्तान यहां के लोगों, कार्यकर्ताओं और अलगाववादी नेताओं, लोगों को गायब करने और जान से मारने जैसी हरकतें करता है।