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अमरीका में दहशत में हिंदू समुदाय, मंदिरों पर हमले को लेकर अमरीकी सांसदों ने मांगा जवाब

Attacks on Hindu temples in America: अमरीका में लगातार हिंदू समुदाय के लोगों पर हमलों के साथ ही हिंदू मंदिरों और उनके धार्मिक स्थलों पर हो रहे हमलों को लेकर पहली बार भारतवंशी अमरीकी सांसद एक साथ आए हैं। 5 सांसदों ने अमरीकी न्याय विभाग और अमरीका की खुफिया एजेंसी को पत्र लिखकर इसका जवाब मांगा है कि अमरीका में हिंदू समुदाय दहशत में जी रहा है और आप कहां हैं?
 

Apr 03, 2024 / 08:45 am

Jyoti Sharma

American Parliament

Attacks on Hindu temples in America: वॉशिंगटन। भारत में बढ़ती सामाजिक और राजनीतिक असहिष्णुता पर बार-बार चिंता जताने वाले अमरीका से अब उसके ही सांसदों ने अमरीकी जमीन पर बढ़ते हेट क्राइम को लेकर कुछ मुश्किल सवाल पूछे हैं। अमरीका में हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाओं और हिंदुओं के खिलाफ अपराध में पिछले कुछ समय में इजाफा हुआ है। इसके चलते पहली बार पांच भारतवंशी अमरीकी सांसदों (American Senators) ने एक साथ अमरीकी न्याय विभाग और एफबीआई (FBI) को पत्र लिखकर संबंधित मामले में इस साल हुई घटनाओं की जानकारी मांगी है। ‘कांग्रेस ऑफ यूनाइटेड स्टेट्स’ के लेटरहेड से जारी पत्र में कहा गया है कि इस संबंध में विभाग के पास अब तक क्या जानकारी है और क्या कार्रवाई की गई है, इसका पूरा ब्योरा 18 अप्रेल से पहले उपलब्ध कराएं। गौरतलब है कि यह पहला मौका है जब अमरीका (America) में बसे सभी भारतवंशी सांसदों ने एक ही हस्ताक्षरित पत्र के जरिए इस तरह की चिंताओं को औपचारिक रूप से उठाया है।

आरोपियों के बारे में कोई सुराग नहीं यह दुर्भाग्य

पत्र लिखने वाले अमरीकी सांसदों (American Senators) राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, श्रीथानेदार, प्रमिला जयपाल और अमी बेरा के नाम शामिल हैं। अमरीकी न्याय विभाग में नागरिक अधिकार शाखा को संबोधित यह पत्र सहायक अटॉर्नी जनरल क्रिस्टन क्लार्क को लिखा गया है। पत्र में न्यूयॉर्क से लेकर कैलिफोर्निया तक हिंदू मंदिरों पर हुए हमलों का जिक्र करते हुए कहा गया है कि इन हमलों से हिंदू-अमरीकी समुदाय चिंतित है। पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि, दुर्भाग्य यह है कि इन हमलों के आरोपियों के बारे में भी कोई सुराग नहीं है। इस वजह से भी समाज के लोग भी डरे हुए हैं।

क्या हैं अपराध करने वालों के इरादे?

पत्र में कहा गया है कि इन अपराधों (Attacks on Hindu temples in America) का घटनाक्रम और इनकी टाइमिंग बताती है कि इनको अंजाम देने वाले जुड़े हो सकते हैं। साथ ही इससे उनके इरादों पर भी सवाल खड़ा होता है। हम जानना चाहते हैं कि कानून के अंदर समान संरक्षण की क्या हमारी संघीय निगरानी और जांच एजेंसियां इन पर कया नजर रख रही हैं?

एक साथ काम करने की आवश्यकता

पत्र में सभी सांसदों (American Senators) ने कहा है हमें अमरीका में धार्मिक, जातीय, नस्लीय और सांस्कृतिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत का मुकाबला करने के लिए एक साथ काम करना होगा। पत्र में कहा गया है कि जो समुदाय पहले ही हाशिये पर हो, उसको डराने के लिए उसके खिलाफ सिर्फ कुछ ही सुनियोजित तरीके किए गए हेट क्राइम ही काफी होते हैं। हम आपसे अनुरोध करते हैं हमें यह बताया जाए कि हेट क्राइम को रोकने के संबंध में विभाग की क्या रणनीति है।

मीडिया में शेयर हो रहे मंदिरों पर हमलों के विवरण

भारतीय मूल के अमरीकी सांसदों द्वारा लिखा गया यह पत्र 1 मार्च को मीडिया के लिए जारी किया गया है। पत्र लिखने के बाद लगातार सोशल मीडिया में अमरीका में हिंदू मंदिरों पर हमलों का ब्योरा दिया जा रहा है। इनमें नवंबर 2023 से अब तक की मुख्य रूप से कैलिफोर्निया राज्य की घटनाएं शामिल हैं
– कैलिफोर्निया में एक हिंदू मंदिर की दीवारों को विरूपित किया गया।
– इसके पहले कैलिफोर्निया में ही स्वामीनारायण मंदिर में भारत विरोधी लिखावट के साथ तोड़फोड़ दर्ज की गई।
– जनवरी के पहले सप्ताह में ही कैलिफोर्निया के शेरावाली मंदिर में तोड़फोड़ की गई।
– पिछले साल 23 दिसंबर को कैलिफोर्निया के नेवार्क शहर में खालिस्तानी समर्थक नारों के साथ एक हिंदू मंदिर को क्षतिग्रस्त कर दिया गयाय की घटनाएं शामिल हैं।
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