आंकड़ों के अनुसार, पाक में लगातार 11 वें महीने के लिए महंगाई 20 % से ऊपर रही। फरवरी में यह 31.6 % पर पहुंच गया, मार्च में 35 % को पार कर गया और अब बढ़कर 36.4 % हो गई है। पिछले साल अप्रैल में ये 13.4 % थी।
पाकिस्तान के आरिफ हबीब लिमिटेड की ओर से बताया गया कि 1965 के बाद से उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक ये महंगाई दर अब तक की सबसे ज्यादा है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, मंहगाई के मोर्चे पर पाकिस्तान ने दिवालिया हो चुके श्रीलंका को भी अब पीछे छोड़ दिया है। श्रीलंका में बीते महीने मुद्रास्फीति 35.3% थी। जबकि पाकिस्तान में यह 36.4% दर्ज की गई है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, पाकिस्तान में एशिया में सबसे तेजी से कीमतें बढ़ी हैं।
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2023 के आखिर तक पाकिस्तान का कुल कर्ज बढ़कर 55 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपए हो गया था। जनवरी 2022 में ये आंकड़ा 42.39 लाख करोड़ पाक रुपए था। इसका आशय है कि सालभर में पाकिस्तान पर कर्ज में करीब 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसमें भी घरेलू ऋण बढ़कर 34.3 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपए हो गया, जो कि एक साल पहले के आंकड़े से लगभग 25 प्रतिशत अधिक था। जबकि विदेशी कर्ज 20.69 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपए हो गया, जिसमें एक साल में 38 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
37 फीसदी बढ़ेगी गरीबीः विश्व बैंक
विश्व बैंक ने कहा है कि पाकिस्तान में 2023 में ग्रोथ दर 0.4 फीसदी रहने का अनु्मान है। वहीं, आम आदमी के लिए किसी तरह की सोशल सिक्योरिटी के अभाव में वित्तीय वर्ष 2023 में निम्न मध्य-आय गरीबी दर बढ़कर 37.2 प्रतिशत होने की आशंका है।
पाकिस्तान के टैक्सटाइल सेक्टर का निर्यात रह गया 1.24 अरब डॉलर, 29 फीसदी की गिरावट
पाकिस्तानी रुपए का मूल्य डॉलर के समक्ष गिरकर रह गया 283.92 रुपए