भारत-यूएई द्विपक्षीय संबंध
“भारत और यूएई ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध साझा करते हैं। हाल के वर्षों में, भारत और यूएई के बीच राजनीतिक, व्यापार, निवेश, कनेक्टिविटी, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और संस्कृति सहित कई क्षेत्रों में व्यापक रणनीतिक साझेदारी गहरी हुई है। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा, “क्राउन प्रिंस की यात्रा मजबूत भारत-यूएई द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी और नए और उभरते क्षेत्रों में साझेदारी के रास्ते खोलेगी।”
गुजरात ग्लोबल समिट
संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने जनवरी में, भारत का दौरा किया और पीएम मोदी के साथ अपनी चर्चा के दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के तरीकों का पता लगाया। उन्होंने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 10वें संस्करण में भी भाग लिया। यूएई का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने जुलाई 2023 में, यूएई का दौरा किया – 2015 के बाद से देश की उनकी पांचवीं यात्रा, जब वह 34 वर्षों में यूएई का दौरा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री बने।
सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अनुसार, भारत-यूएई व्यापार 2022 में बढ़ कर 85 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया, जिससे यूएई वर्ष 2022-23 के लिए भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार और भारत का दूसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य बन गया। भारत यूएई का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान : एक नजर
शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान अबू धाबी (Abu Dhabi Crown Prince) के युवराज हैं। उन्हें 29 मार्च 2023 को इस भूमिका के लिए नियुक्त किया गया था। वह संयुक्त अरब अमीरात के तीसरे राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के सबसे बड़े बेटे हैं। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
शेख खालिद
संयुक्त अरब अमीरात के तीसरे राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के सबसे बड़े बेटे और अबू धाबी के सत्तारूढ़ अल नाहयान परिवार के सदस्य हैं। उनकी मां शेखा सलामा बिन्त हमदान अल नाहयान हैं। खालिद अबू धाबी क्राउन प्रिंस कोर्ट के अध्यक्ष और एतिहाद रेल के अध्यक्ष थियाब बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बड़े भाई हैं। शेख खालिद ने रॉयल मिलिट्री अकादमी, सैंडहर्स्ट से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
राजनीतिक करियर
खालिद को 15 फरवरी 2016 को राष्ट्रीय सुरक्षा का प्रमुख नियुक्त किया गया। वे जनवरी 2017 को उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नामित किए गए। वहीं उन्हें 29 मार्च 2023 को अबू धाबी के राजकुमार और अबू धाबी कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। इससे पहले, खालिद अबू धाबी कार्यकारी परिषद के सदस्य और अबू धाबी कार्यकारी कार्यालय के अध्यक्ष थे।