दोनों ही पक्ष कर रहे जीत का दावा
पंजशीर को छोड़कर पूरे अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है। पंजशीर पर तालिबान अभी भी कब्जा नहीं कर पाया है। हालांकि शुक्रवार को तालिबान ने पंजशीर पर कब्जे का दावा किया था। इसके बाद काबुल में जीत के जश्न में गोलियां चलाई गईं। इस गोलीबारी में कुछ लोगों की मौत भी हुई। वहीं अमरुल्लाह सालेह ने तालिबान के पंजशीर पर कब्जे के दावे को खारिज कर दिया। पंजशीर नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान (NRF) का गढ़ है, जिसका नेतृत्व अहमद मसूद और अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह कर रहे हैं। दोनों ही पक्ष लड़ाई में अपनी जीत का दावा कर रहे हैं।
कब्जे का दावा लेकिन सबूत नहीं
तालिबान पंजशीर पर कब्जे का दावा तो कर रहा है लेकिन इसके सबूत नहीं हैं सिर्फ दावे हैं। वहीं अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान के एक अधिकारी ने बताया कि पंजशीर में लड़ाइ जारी थी, लेकिन राजधानी बाजारक और प्रांतीय गवर्नर के परिसर की तरफ जाने वाली रोड पर लैंडमाइंस बिछे होने के कारण गति धीमी हो गई। वहीं तालिबान के प्रवक्ता बिलाल करीमी ने दावा किया है कि खिंज और उनाबा जिलों पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है। उनका कहना है कि सात में से चार जिलों पर तालिबान का नियंत्रण हो गया है।
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ईरान ने की चुनाव कराने की अपील
अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है और सरकार बनाने की तैयारी में है। इस बीच ईरान ने तालिबान को झटका दिया है। ईरान ने अफगानिस्तान में जनता द्वारा चुनी हुई सरकार बनाने की अपील की है। ईरान का कहना है कि अफगानिस्तान के सफल भविष्य के लिए चुनाव बहुत जरूरी हैं। ईरान का कहना है कि इससे देश में शांति बहाल की जा सकेगी। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अफगानिस्तान में एक ऐसी सरकार बननी चाहिए जो लोगों के वोटों और इच्छा से चुनी गई हो। हम लोगों द्वारा चुनी गई सरकार का समर्थन करते हैं।