पशु प्रेमियों ने सरकार के फैसले की निंदा की
वहीं पर्यावरण समूहों ने इस उपाय की निंदा की। विश्व वन्यजीव कोष के जीवविज्ञानी कैलिन अर्डेलीन ने कहा कि ये कानून बिल्कुल कुछ भी हल नहीं करता है। सरकार का ध्यान रोकथाम और हस्तक्षेप के साथ ही भालुओं की समस्या की तरफ भी ध्यान देना चाहिए कि आखिर क्यों वो हमले करने पर उतारू हो रहे हैं।
क्यों दिया मारने का आदेश
बीते दिन एक युवा पर्वतारोही को भालुओं ने हमला कर मार डाला था। जिसके बाद इनकी आबादी को नियंत्रित करने के मामले ने और तूल पकड़ लिया था। रोमानिया में पिछले 20 सालों में भालुओं के हमले में 26 लोगों की जान चली गई है। रोमानिया में करीब 8000 भूरे भालू हैं। लोगों पर लगातार हमले के चलते इनकी आबादी को कम करने के लिए इन्हें मारा जा रहा है।