नौकरों के शोषण का था आरोप
हिंदुजा परिवार (Hinduja 4 Family member jailed) के सदस्यों पर ये फैसला स्विट्जरलैंड में घरेलू सहायकों के शोषण का आरोप के साबित होने पर दिया गया है। इस मामले में आरोप था कि उन्होंने अपने घरेलू कर्मचारियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया है और उनके काम के बदले उन्हें उचित वेतन और सुविधाएं भी नहीं दी। इन आरोपों में मानव तस्करी का भी केस था लेकिन अदालत ने वो अदालत ने खारिज कर दिया है।निर्धारित वेतन से भी दस गुना कम देते थे सैलरी
यह केस जेनेवा झील पर स्थित हिंदुजा परिवार (Hinduja Family) के आलीशान बंगले से जुड़ा है। कोर्ट ने पाया कि परिवार ने अपने कर्मचारियों का शोषण किया और उन्हें बेहद कम वेतन दिया। सहायकों को मिलने वाला वेतन स्विट्जरलैंड में इस तरह की नौकरियों के लिए निर्धारित न्यूनतम वेतन से भी दस गुना कम था। बता दें कि इन नौकरों को भारत से लाया गया था। इन्हें स्विट्जरलैंड ले जाने के बाद उनके पासपोर्ट भी जब्त कर लिए गए थे। साथ ही उन्हें बंगले से बाहर निकलने की भी मनाही थी। आरोप ये भी थे कि इस परिवार ने एक कर्मचारी को जितनी सैलरी देते थे उससे ज्यादा वो अपने पालतू कुत्ते पर खर्च कर देते थे। इन नौकरों से कम सैलरी में भी दिन-रात काम कराया जाता था।फैसले के खिलाफ होगी अपील
4 सदस्यों को जेल के बाद हिंदुजा परिवार के वकीलों ने इस फैसले के खिलाफ अपील करने को कहा है। वकीलों का कहना है कि हिंदुजा परिवार अपने नौकरों के साथ अच्छा व्यवहार करते थे और जो ये आरोप लगाए गए हैं वो झूठे हैं। बता दें कि हिंदुजा परिवार के लिए ये फैसला एक तगड़ा झटका है क्योंकि इससे उनकी उस छवि जो पूरी दुनिया में फैली हुई है, वो खराब हुई है। गौरतलब है कि हिंदुजा परिवार, जो आईटी, मीडिया, बिजली, रियल एस्टेट और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में सक्रिय है। इनकी कुल संपत्ति लगभग 20 बिलियन डॉलर है।