शव जल गए
दुर्घटना के कारण जिस एसयूवी में वे सवार थे, उसमें आग लग गई और उनके शव जल गए। अधिकारी उनकी पहचान की पुष्टि के लिए डीएनए परीक्षण करवाना चाहते हैंं। पीड़ितों में आर्यन रघुनाथ ओरमपति, फ़ारूक शेख, लोकेश पलाचारला और दर्शिनी वासुदेवन शामिल हैं। ओरमपति और उनके दोस्त शेख डलास में अपने चचेरे भाई से मिलने के बाद लौट रहे थे। लोकेश पलाचारला अपनी पत्नी से मिलने बेंटनविले जा रहे थे।
पहचान करने में मदद
दर्शिनी वासुदेवन, जिन्होंने टेक्सास विश्वविद्यालय से अपनी मास्टर डिग्री पूरी की थी और अमेरिका में काम कर रही थीं, बेंटनविले में अपने चाचा से मिलने जा रही थीं। वे एक कारपूलिंग ऐप के माध्यम से जुड़े और इससे अधिकारियों को उनकी पहचान करने में मदद मिली।
बेटी का पता लगाने में मदद मांगी थी
दर्शिनी वासुदेवन के पिता ने तीन दिन पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर को एक ट्विटर पोस्ट में टैग किया था और अपनी बेटी का पता लगाने मेंं मदद मांगी थी। “प्रिय महोदय, मेरी बेटी दर्शिनी वासुदेवन, जिसके पास भारतीय पासपोर्ट संख्या-T6215559 है, पिछले 3 वर्षों से अमेरिका में है, 2 वर्षों तक एमएस की पढ़ाई की और उसके बाद 1 वर्ष तक नौकरी की और 3150 एवेन्यू ऑफ द स्टार्स अपार्टमेंट 1110-फ्रिस्को, टेक्सास-75034 में रहती है।
कोई संपर्क नहीं हो सका
उन्होंने पोस्ट में कहा,”कल शाम को उसने 3 अन्य लोगों के साथ कार पूलिंग की, दोपहर 3 बजे से शाम 4 बजे तक वह सक्रिय रूप से मैसेज कर रही थी और 4 बजे के बाद फोन पर संपर्क में थी, लेकिन उसके साथ यात्रा कर रहे अन्य 3 लोगों से कोई संपर्क नहीं हो सका।”
कोयंबटूर से इंजीनियरिंग की डिग्री
ओरमपति के पिता सुभाषचंद्र रेड्डी हैदराबाद स्थित मैक्स एग्री जेनेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड नामक फर्म के मालिक हैं। आर्यन ने कोयंबटूर में अमृता विश्व विद्यापीठम से अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की। “उसके माता-पिता मई में टेक्सास विश्वविद्यालय में उसके दीक्षांत समारोह के लिए अमेरिका में थे। दीक्षांत समारोह के बाद, उन्होंने उसे भारत लौटने के लिए कहा, लेकिन उसने कहा कि वह दो और साल अमेरिका में काम करना चाहता है। किस्मत ने ऐसा ही किया,” एक रिश्तेदार ने कहा। फॅारेंसिक जांच होगी
ओरमपति का दोस्त शेख भी हैदराबाद से था और बेंटनविले में रहता था। तमिलनाडु की दर्शिनी टेक्सास के फ्रिस्को में रह रही थी। रिपोर्ट के अनुसार, एक तेज़ रफ़्तार ट्रक ने पीड़ितों की एसयूवी को पीछे से टक्कर मार दी। कार में आग लग गई और सभी लोग जल कर मर गए। अधिकारी पहचान की पुष्टि के लिए
डीएनए फिंगर प्रिंट और दांतों और हड्डियों के अवशेषों से जांच करेंगे।
पीड़ितों के परिवारों की पीड़ा
एक स्थानीय अधिकारी ने कहा, “शवों की पहचान के लिए डीएनए फिंगरप्रिंटिंग की जाएगी और नमूनों का मिलान माता-पिता से किया जाएगा। अमेरिका में एक लंबे सप्ताहांत ने पहचान प्रक्रिया में देरी की है, जिससे पीड़ितों के परिवारों की पीड़ा और बढ़ गई है।