करीब 5 साल से थे जेल में कैद
शुक्रवार को देर रात अटारी-वाघा बॉर्डर पर पहुंचने के बाद भारतीय मछुआरों ने बताया कि वो सभी करीब 5 साल से पाकिस्तान की जेल में बंद थे। करीब 5 साल बाद आखिरकार जेल से छूटने और भारत वापसी पर सभी काफी उत्साहित दिखे। अटारी-वाघा बॉर्डर पर पहुंचने के बाद भारतीय मछुआरों कि मछली पकड़ते समय उन्हें समुद्री बॉर्डर के बारे में कुछ नहीं पता होता, क्योंकि इसके लिए कोई चिह्न नहीं बना होता।
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किस वजह से थे जेल में बंद? सभी भारतीय मछुआरे कथित तौर पर पाकिस्तान की जल सीमा में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए थे। दरअसल मछुआरों को अरब सागर में अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा पार करने वाले मछुआरों पर संबंधित देशों के पासपोर्ट अधिनियम के उल्लंघन का आरोप लगाया जाता है और उन्हें सज़ा दी जाती है।
2 मछुआरों की मौत
रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की जेल से 200 भारतीय मछुआरों को रिहा किया जाना था। पर इनमें से दो मछुआरों की सज़ा के दौरान ही मौत हो गई। दोनों मछुआरों की मौत बीमारी से इसी महीने हुई।
जून-जुलाई में होंगे 300 भारतीय मछुआरें रिहा
रिपोर्ट के अनुसार जून-जुलाई में पाकिस्तान की जेल से और भारतीय मछुआरे रिहा होंगे। पाकिस्तान की जेल में बंद 200 भारतीय मछुआरों को 2 जून को रिहा किया जाएगा। उसके बाद 100 अन्य भारतीय मछुआरों को 3 जुलाई को रिहा किया जाएगा।