वर्चुअल रियलिटी गेम में कथित बलात्कार
रिपोर्ट में कहा गया है कि जब किशोरी के साथ कथित तौर पर पुरुषों के एक समूह ने बलात्कार किया गया, तब उसने एक इमर्सिव गेम में वर्चुअल रियलिटी हेडसेट पहना हुआ था। ऐसा माना जाता है कि यह मामला पुलिस द्वारा जांच किया गया पहला आभासी यौन अपराध है।
शारीरिक चोट नहीं लेकिन मनोवैज्ञानिक आघात
हालांकि उसे कोई शारीरिक चोट नहीं आई, लेकिन जांच अधिकारियों ने कहा कि उसे भी उतना ही भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आघात झेलना पड़ा जितना वास्तविक दुनिया में बलात्कार की पीड़िता को होता है।
कानून प्रवर्तन के सामने बड़ी चुनौती
मामले से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस बच्ची को कथित शारीरिक रूप से बलात्कार किए गए किसी व्यक्ति के समान मनोवैज्ञानिक आघात का अनुभव हुआ। पीड़िता पर किसी भी शारीरिक चोट की तुलना में भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव लंबे समय तक रहेगा। अधिकारी ने कहा कि यह मामला कानून प्रवर्तन के लिए कई चुनौतियां खड़ी करता है क्योंकि मौजूदा कानून में इसके लिए कोर्ई प्रावधान नहीं है।
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जानिए क्या होता है मेटावर्स गैंगरेप
आपको बता दें कि मेटावर्स वैसे तो पूरी तरह से एक वर्चुअल दुनिया है। इसमें हर वो काम हो रहा है, जो हमारी असल दुनिया में होता है। जब भी कोई मेटावर्स में साइन इन करता है, तो वह एक ऑनलाइन दुनिया में चला जाता है। वहां पर यूजर्स के वर्चुअल किरदार (अवतार) मिलते हैं और एक दूसरे से बातचीत करते है। मेटावर्स में सेफ्टी फीचर टूल जो डिफ़ॉल्ट रूप से चालू होता है। यदि वह एक्टिव नहीं किया जाता है तो इसमें अनचाहे या फ्रेंड लिस्ट के बाहर के लोगों को करीब आ जाते है।