नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (CAAN) ने एक बयान में बताया कि कि मुस्तांग जिले में विमान के मलबे से सोमवार को 16 शव बरामद किए गए हैं। CAAN ने बताया कि मुस्तांग जिले के थसांग-2 में 14,500 फुट की ऊंचाई पर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
पहाड़ की चोटी से टकराने के बाद करीब 100 मीटर के इलाके में शव और विमान का मलबा फैला हुआ है। बरामद किए गए शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए काठमांडू लाया जा रहा है। नेपाल की सेना ने सोमवार को बताया कि रविवार सुबग दुर्घटनाग्रसत हुए यात्री विमान का मलबा उत्तर-पश्चिमिी नेपाल के मुस्तांग जिले के थसांग-2 स्थित सनोसवेयर में मिला है। यह विमार करीब 20 घंटे से लापता था।
एयरपोर्ट के अधिकारियों के मुताबिक, तारा एयर के डबल इंजन विमान ने सुबह पोखरा से जोमसोम के लिए 9 बजकर 55 मिनट पर उड़ान भरी थी। लेकिन करीब 12 मिनट बाद सुबह 10 बजकर सात मिनट पर उसका नियंत्रण टॉवर से संपर्क टूट गया। विमान के 5 घंटे के बाद भी कोई सुराग न मिलने पर क्रैश होने की आशंका जताई गई थी। दिनभर तलाश में ऑपरेशन चलाने के बाद शाम 4 बजे प्लेन के क्रैश होने की खबर आई थी।
स्थानीय लोगों द्वारा नेपाल सेना को दी गई जानकारी के अनुसार, तारा एयर का विमान मनापति हिमाल के भूस्खलन के चलते लामचे नदी के मुहाने पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। नेपाली सेना के प्रवक्ता के मुताबिक, 15 जवानों की एक टीम को शवों को निकालने के लिए दुर्घटनास्थल के पास उतारा गया है।
वहीं विमानन कंपनी की ओर से जारी यात्रियों की सूची के अनुसार विमान में मौजूद भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर त्रिपाठी और बच्चों-धनुष त्रिपाठी व ऋतिका त्रिपाठी के तौर पर हुई है। बताया जा रहा है कि ये परिवार महाराष्ट्र के ठाणे जिले का रहने वाला है।