पने, लक्ष्य और महत्वाकांक्षाएं सभी की होती हैं लेकिन न जाने क्यों हम अक्सर इनकी बलि चढ़ा देते हैं। गलतियों और नाकामी का डर या आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति की कमी जैसी कई वजहें इसके पीछे हो सकती हैं। इनमें से कुछ कारण तो इतने आम होते हैं कि हम उन्हें पहचान ही नहीं पाते। आपके सपने आपकी जिम्मेदारी हैं और यह फैसला भी आपका है कि आपको इन्हें पूरा करना है या यूं ही छोड़ देना है। अगर सपने सच करने हैं तो इन बेकार के बहानों से बचना होगा। अगर आप पूरे दिलो-जान से अपने सपनों को सच करने की दिशा में कदम उठाएंगी, सारे बहाने परे रख देंगी तो यकीन मानिए आपके सपने सच होने से कोई नहीं रोक सकता।
‘बिल’ भरने हैं यह तो सभी को करना होता है लेकिन हम में से बहुत से अपने सपनों का पीछा भी करते हैं। नौ से 5 की नौकरी होना अच्छी बात है लेकिन सोचें कि क्या आप एक घर खरीदने, बिल भरने, कार खरीदने के लिए अपना पूरा जीवन त्यागने के लिए तैयार हैं? ऐसे बहुत से अवसर हैं जहां आप सपनों को जी सकती हैं।
लोग क्या कहेंगे ऐसा भी समय आता है, जब सपने पूरा करना चुनौती भरा हो जाता है क्योंकि बहुत से लोग आपके खिलाफ खड़े हो जाते हैं। वे नहीं चाहते कि आप अपना लक्ष्य हासिल करें। ऐसे में अगर आप इनके सामने कमजोर पड़ जाएंगी तो इनकी जीत निश्चित है। इसलिए लोग क्या सोचेंगे या क्या कहेंगे, इसकी परवाह न करें।
आप अपने दिल की नहीं सुनतीं खुशमिजाज लोग हमेशा अपने दिल की सुनते हैं, जबकि उससे उलट दुखी लोग मानते हैं कि उनका दिमाग उन्हें पहले से ही बता रहा है कि वे विफल हो जाएंगे। वे दरअसल भीतर से नकारात्मक होते हैं। यदि आप भरपूर जिंदगी जीना चाहती हैं तो अपने दिल की सुनें, दिमाग की नहीं। दिल आपको सही रास्ता दिखाएगा। दिल की न सुनना भी सपनों के दूर चले जाने का एक कारण है।
आप खुद के प्रति ईमानदार नहीं हैं हर समस्या का हल होता है। जब आप उसे पहचान जाती हैं तो उसे हल करती हैं और आगे बढ़ जाती हैं। कुछ ऐसा ही सपनों के साथ है। अगर आपका कोई सपना है तो उसे कैसे पूरा करना है, इसकी योजना आप ही को तैयार करनी होगी। वहीं जब आप यह कहती हैं कि आपका कोई सपना नहीं है तो आप खुद से ही झूठ बोलती हैं। अपने सपनों से भागें नहीं। अगर इन्हें आज पूरा नहीं किया तो आगे चलकर पछतावा होगा। सपने के साथ आगे बढ़ें, आपके पास रुकने की कोई वजह नहीं होगी।
व्यस्तता के बीच वक्तही नहीं मिलता व्यस्त रहने का बहाना बनाना बहुत ही आम है लेकिन यह भी इतना ही सही है कि आप खुद को खुश करने के लिए कभी व्यस्त नहीं होती हैं। आपके पास फेसबुक चेक करने और इंस्टाग्राम पर नई फोटो पोस्ट करने के लिए तो समय फिर भी निकल ही आता है। ऑफिस में आई नई लडक़ी के बारे में गॉसिप करने का भी। जैसे ही आप अपनी कुछ आदतों को बदल डालेंगी आपके पास अपने सपनों के लिए समय होगा।