यह सर्वविदित है कि जब भी ठंडे (बर्फ) और गर्म (सेक) का मेल कराया जाता है, ऊष्मा उत्पन्न होते हैं। फिजियोथैरेपी में जहां इन दोनों चीजों का प्रयोग कर बीमार व्यक्ति को सही किया जाता है, वहीं आयुर्वेद में भी इनका समुचित उपयोग कर स्वास्थ्य लाभ किया जाता है। आइए जानते हैं ठंडे और गर्म के उपयोग से किस तरह लाभ उठाया जा सकता है।
यदि किसी स्थान पर चोट लग जाए तो उस स्थान पर बर्फ लगाने से तुरंत आराम मिलता है। साथ ही उस स्थान पर नील बंधने का डर भी खत्म हो जाता है।
पुरूषों में अक्सर यौन स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं इसके लिए भी आयुर्वेद के पंचकर्म विशेषज्ञ जननेन्द्रिय पर बर्फ लगाने की सलाह देते हैं। इससे रक्त का संचार सुचारू रूप से होने लगता है और यौन शक्ति बढ़ती है। परन्तु यह समय 20 मिनिट से अधिक नहीं होना चाहिए।