पीरियड्स मिस होना,जी मिचलाना और उल्टी आना, ब्रेस्ट के आकार में बदलाव, थकान और बार बार युरीन आना आदि प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण है। हालांकि यह लक्षण किसी और वजह से भी दिख सकते हैं, इसलिए इन लक्षणों का मतलब प्रेगनेंसी हीं नहीं होता। लेकिन फिर भी एक बार इसकी जांच जरूर कर लें।
पीरियड्स अनियमित होना कई बार पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं, ये प्रेगनेंसी का बहुत बड़ा लक्षण है। जिस डेट पर पीरियड्स आते हैं उसपर नहीं आए, तो तुरंत चेक करें । सांस लेने में तकलीफ
प्रेगनेंसी के तीसरे महीने में सांस लेने में तकलीफ होना सामान्य है। अगर आपको अस्थमा जैसी बिमारी है तो इसको लेकर डॉक्टर से परामर्श करें। सांस लेने में तकलीफ के अलावा और कोई लक्षण न हो तो डर ने की बात नहीं है।
उल्टी आना कई महिलाओं को उल्टी आना, जी मिचलाना आना शुरू हो जाता है। जैसे ही प्रेगनेंसी के लक्षण दिखाई देते हैं वैसे ही उनका जी मिचलाना शुरू हो जाता है। कई महिलाओं को बहुत उल्टी आती है। हर किसी चीज की गंध से उन्हें घबराहट होती है।
सिर दर्द और सिर भारी होना प्रेगनेंसी के पहले और दूसरे ट्रायमेस्टर में सरदर्द की शिकायते ज्यादा रहती हैं। हार्मोन का स्तर और ब्लड वॉल्यूम बढ़ने की वजह से पहले ट्रायमेस्टर में सरदर्द की शिकायते हो सकती हैं।
महिलाओं से जुड़ी सभी तरह की खबरों के लिए यहां क्लिक करें बार-बार पेशाब लगना प्रेगनेंसी के वक्त शरीर में प्रवाही का स्तर बढ़ जाता हैं और किडनी की कार्यक्षमता में वृद्धि पाए जाती हैं। गर्भाशय में पल रहे बच्चे की वजह से ब्लैडर पर दबाव आता है। बार बार टायलेट जाना भी प्रेगनेंसी के मुख्य लक्षणों (Pregnancy ke lakshan) में जाना जाता है।
ब्रेस्ट का भारी हो जाना, थकान होना, निपल्स का रंग बदलना