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अगर आप अपने पीरियड सायकल को सही तरह से कैलकुलेट करती हैं, तो अपने लिए सेफ पीरियड को जान सकती हैं। इस दौरान सेक्स करने से आपके प्रेग्नेंट होने की संभावना कम रहती है। चूंकि, महिलाओं का पीरियड आगे-पीछे होता रहता है और गलत कैलकुलेशन की वजह से सेफ पीरियड में सेक्स करने से प्रेग्नेंट न होने की कोई गारंटी नहीं है।
अगर आप अपने पीरियड सायकल को सही तरह से कैलकुलेट करती हैं, तो अपने लिए सेफ पीरियड को जान सकती हैं। इस दौरान सेक्स करने से आपके प्रेग्नेंट होने की संभावना कम रहती है। चूंकि, महिलाओं का पीरियड आगे-पीछे होता रहता है और गलत कैलकुलेशन की वजह से सेफ पीरियड में सेक्स करने से प्रेग्नेंट न होने की कोई गारंटी नहीं है।
पीरियड के पहले दिन से लेकर अगले महीने की पीरियड के पहले दिन तक पीरियड सायकल को कैलकुलेट किया जाता है। आमतौर पर से 28 दिनों की साइकिल होती है और 14वें दिन ओवलुशेन होता है, जिसमें प्रेगनेंट होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। महिला के शरीर में स्पर्म तीन से पांच दिन तक रहता है और अंडा 12 से 24 घंटे तक जिंदा रहता है। इसलिए ओवुलेशन के पांच दिन पहले और ओवुलेशन वाले दिन कभी भी सेक्स करने से प्रेगनेंट होने की संभावना सबसे ज्यादा रहती है।
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अगर आप सेफ पीरियड में सेक्स के बाद गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करती हैं, तो इसे गर्भधारण की संभावना और कम हो जाएगी।लेकिन इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है कि अन्य दिनों में असुरक्षित यौन संबंध बनाने से आप प्रेगनेंट नहीं होंगीं। इसलिए प्रेग्नेंट होने से बचने के लिए जब भी सेक्स करें, तो कंडोम और गर्भ निरोधक के अन्य तरीकों का इस्तेमाल जरूर करें। इससे प्रेगनेंट न होने की संभावना बनी रहती है।