महिला स्वास्थ्य

पीरियड्स में महिलाओं को होती हैं अनेकों परेशानी, जानें इसके कारण, लक्षण और उपायों के बारे में

पीरियड्स के शुरूआती दिनों में कई बार महिलाओं को अनेकों दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसे “पीरियड फ्लू” के नाम से भी जाना जाता है।

Nov 19, 2021 / 12:12 pm

Neelam Chouhan

premenstrual dysphoric disorder causes and symptoms

नई दिल्ली। कई बार आप अपने आस-पास के महिलाओं और लड़कियों को देखते होंगें कि उन्हें बहुत जल्दी गुस्सा आता है या वे ज्यादातर चिड़चिड़ी सी रहती हैं तो ये कई बार प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर के भी लक्षणों में से एक हो सकता है। लोग आमतौर पर उन्हें गुस्सा करने वाला समझ के अनदेखा कर देते हैं पर कई बार ऐसा नहीं होता है। पीरियड्स जब आने वाले होते हैं तो महिलाओं के हार्मोन्स में तेजी से बदलाव देखने को मिलते हैं। वहीं इनके आने पर महिलाओं का मूड जल्दी-जल्दी चेंज होता है। इसलिए जानते हैं कि ये डिसऑर्डर क्यों होते हैं और इससे अपनी सुरक्षा कैसे कर सकते हैं।
सबसे पहले जानिए कि प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर के लक्षण कौन-कौन से होते हैं-
-बहुत ज्यादा गुस्सा आना
-मूड स्विंग्स का होना
-दुखी रहना
-चिंता करना
-बहुत ही जल्दी दुखी हो जाना या बात-बात पर रोने लग जाना
-हाँथ या पैरों में सूजन आना
-पेट में लगातार दर्द का एहसास होते रहना
-कब्ज की समस्या का होना
-सिरदर्द होना
-चक्कर आना
यह भी पढ़ें: पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से पाना चाहते हैं आराम तो ये घरेलू उपाय आपकी कर सकते हैं मदद

पीरियड्स में महिलाओं को होती हैं अनेकों परेशानी, जानें इसके कारण, लक्षण और उपायों के बारे में
अब जानिए कि ये किस कारण हो सकते हैं-
प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर ज्यादातर बॉडी में हार्मोनल बदलाव की वजह से होता है। जब पीरियड्स आने वाले होते हैं तो हार्मोन्स में तेजी से बदलाव आते हैं। हार्मोन्स में तेजी से बदलाव आने की वजह से कई बार महिलाएं ओवर रियेक्ट करना शुरू कर देती हैं। इसके होने पर आपको भूख न लगना, नींद कम आना, गुस्सा आना, मूड स्विंग्स का होना आदि समस्या होना शुरू हो जाती है, जिसके वजह से मूड चिड़चिड़ा सा रहता है। वहीं ऐसा होने पर महिलाएं ओवर रियेक्ट करना भी शुरू कर देती हैं और इसका असर व्यवहार में भी देखने को मिलता है।
प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर से बचाव के उपाय-

अब जानिए कि प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर से बचाव के बारे में-
-कोशिश करें कि किसी भी चीज के बारे में इतना गहराई से न सोचें कि ओवर रियेक्ट करना पड़े।
-कोशिश करें कि एक अच्छी लाइफस्टाइल को फॉलो करें, ताकि अनेकों बीमारियां शरीर से दूर रहे और आप भी तंदुरस्त और फिट रहे।
-पीरियड्स के पहले होने वाले दर्द को खत्म करने के लिए अपनी मन से किसी भी दवा का सेवन न करें। डॉक्टर का सहारा लें, या घरेलू उपायों की सहायता लें।
-रोजाना टहलें और व्यायाम करें।
-टेन्शन से मुक्त जीवन जीने कि पूरी कोशिश करें, आने वाले समय के बारे में ज्यादा न सोंचें।
-एक अच्छी डाइट को फॉलो करें, खाना समय पर खाएं।
यह भी पढ़ें: पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग को रोकने के लिए जानिए इन घरेलू उपायों के बारे में

Hindi News / Health / Women Health / पीरियड्स में महिलाओं को होती हैं अनेकों परेशानी, जानें इसके कारण, लक्षण और उपायों के बारे में

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.