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– गर्भपात का इतिहास भी सीओपीडी के खतरे को बढ़ाता है। एक से अधिक गर्भपात के साथ खतरा और बढ़ जाता है।
– मृत जन्म और बांझपन भी सीओपीडी के खतरे को बढ़ाते हैं।
– शोधकर्ताओं का मानना है कि महिला हार्मोन एस्ट्रोजन सीओपीडी के खतरे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका समय और अवधि दोनों असर डाल सकते हैं।
अध्ययन के मुख्य बिंदु: – 11 साल की उम्र से पहले या उस उम्र में मासिक धर्म शुरू होने वाली महिलाओं में COPD का खतरा 17% ज्यादा था, – जबकि 16 साल के बाद शुरू होने पर यह खतरा 24% तक बढ़ गया।
-40 साल से पहले मेनोपॉज का सामना करने वाली महिलाओं में COPD का खतरा 69% ज्यादा था, जबकि 54 साल या उससे बाद में मेनोपॉज का सामना करने वाली महिलाओं में यह खतरा 21% कम था।
-बच्चों वाली महिलाओं में COPD का खतरा बिना बच्चों वाली महिलाओं से ज्यादा था। तीन से ज्यादा बच्चों वाली महिलाओं में यह खतरा 34% ज्यादा था।
– गर्भपात का इतिहास भी COPD के खतरे को बढ़ाता है। एक गर्भपात से खतरा 15% बढ़ता है, जबकि तीन या उससे -ज्यादा गर्भपात होने पर यह खतरा 36% तक बढ़ जाता है।
– मृत बच्चे का जन्म (42%) और बांझपन (13%) भी COPD के खतरे को बढ़ाते हैं।