प्रेगनेंसी के दौरान भूख की कमी
यदि आपको भी प्रेगनेंसी के दौरान भूख कम लगती है तो ये एक संकेत हो सकता है कि शरीर में फॉस्फोरस की कमी है। क्योंकि इस दौरान आपको पोषक तत्वों की जरूरत होती है जो आपके शरीर को फायदा पहुंचाने में मदद करें। आपको सिर्फ अपना ही ख्याल नहीं रखना होता है साथ ही साथ पेट में पल रहे बच्चे का भी अच्छे से संपूर्ण ध्यान देने की जरूरत होती है। शरीर में किसी भी चीज की कमी न हो इसके लिए आपकी डाइट प्रॉपर होनी चाहिए जिसमें कि विटामिन्स, मिनरल्स, फाइबर, प्रोटीन, फॉस्फोरस आदि चीजें भरपूर मात्रा में हों। इसलिए यदि आपको भूख कम लगती है तो अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें कि कहीं आपको फॉस्फोरस की कमी तो नहीं है।
यदि आपको भी प्रेगनेंसी के दौरान भूख कम लगती है तो ये एक संकेत हो सकता है कि शरीर में फॉस्फोरस की कमी है। क्योंकि इस दौरान आपको पोषक तत्वों की जरूरत होती है जो आपके शरीर को फायदा पहुंचाने में मदद करें। आपको सिर्फ अपना ही ख्याल नहीं रखना होता है साथ ही साथ पेट में पल रहे बच्चे का भी अच्छे से संपूर्ण ध्यान देने की जरूरत होती है। शरीर में किसी भी चीज की कमी न हो इसके लिए आपकी डाइट प्रॉपर होनी चाहिए जिसमें कि विटामिन्स, मिनरल्स, फाइबर, प्रोटीन, फॉस्फोरस आदि चीजें भरपूर मात्रा में हों। इसलिए यदि आपको भूख कम लगती है तो अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें कि कहीं आपको फॉस्फोरस की कमी तो नहीं है।
प्रेग्नेंसी के दौरान जोड़ों में दर्द होना
यदि प्रेगनेंसी के दौरान आपके जोड़ों में अधिक दर्द हो रहा है तो ये भी एक तरह से फॉस्फोरस की कमी की वजह हो सकती है। यदि शरीर में फॉस्फोरस की कमी हो तो ये संकेत हो सकता है कि जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द होते रहना। वहीं दर्द के साथ-साथ आपको अकड़न और ऐंठन की समस्या भी हो सकती है। इसकी कमी यदि शरीर में हो जाए तो आपके हाँथ या पैर सुन्न भी हो सकते हैं। इसलिए ऐसे लक्षणों को आपको इग्नोर या अनदेखा बिलकुल भी नहीं करना चाहिए और समय पर ही डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
यदि प्रेगनेंसी के दौरान आपके जोड़ों में अधिक दर्द हो रहा है तो ये भी एक तरह से फॉस्फोरस की कमी की वजह हो सकती है। यदि शरीर में फॉस्फोरस की कमी हो तो ये संकेत हो सकता है कि जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द होते रहना। वहीं दर्द के साथ-साथ आपको अकड़न और ऐंठन की समस्या भी हो सकती है। इसकी कमी यदि शरीर में हो जाए तो आपके हाँथ या पैर सुन्न भी हो सकते हैं। इसलिए ऐसे लक्षणों को आपको इग्नोर या अनदेखा बिलकुल भी नहीं करना चाहिए और समय पर ही डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
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यदि आप के शरीर में प्रेगनेंसी के दौरान खून की कमी है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए, क्योंकि ये फॉस्फोरस की कमी की वजह हो सकती है। वहीं यदि खून में कमी है तो आपको एनेमिया के लक्षण भी नजर आ सकते हैं। खून की कमी हो जाए तो इससे आपके और बच्चे के शरीर में बुरा प्रभाव पड़ सकता है। वहीं आपको अनेकों समस्याएं भी झेलनी पड़ सकती है जैसे कि बाल का टूटना, कमजोर होना या झड़ना, आपको बार-बार इन्फेक्शन होते रहना, चक्कर आना, या बेहोसी जैसा महसूस होना। यदि बार-बार ऐसे लक्ष्ण नजर आते हैं तो ये फॉस्फोरस की कमी की वजह से भी हो सकते हैं।
यदि आप के शरीर में प्रेगनेंसी के दौरान खून की कमी है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए, क्योंकि ये फॉस्फोरस की कमी की वजह हो सकती है। वहीं यदि खून में कमी है तो आपको एनेमिया के लक्षण भी नजर आ सकते हैं। खून की कमी हो जाए तो इससे आपके और बच्चे के शरीर में बुरा प्रभाव पड़ सकता है। वहीं आपको अनेकों समस्याएं भी झेलनी पड़ सकती है जैसे कि बाल का टूटना, कमजोर होना या झड़ना, आपको बार-बार इन्फेक्शन होते रहना, चक्कर आना, या बेहोसी जैसा महसूस होना। यदि बार-बार ऐसे लक्ष्ण नजर आते हैं तो ये फॉस्फोरस की कमी की वजह से भी हो सकते हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान बार-बार आपका गला सूखना या प्यास लगना
यदि आपको भी जरूरत से ज्यादा गला सूखने या प्यास लगने का अहसास होता है तो ये भी फॉस्फोरस की कमी का एक कारण हो सकता है। ये एक ऐसा लक्षण जो आपको संकेत भी देता है कि आपके बॉडी में फोस्फोरस की कमी है और आपको डाइट के ऊपर अधिक ध्यान की जरूरत है। आप बार-बार ज्यादा पानी पिएंगें ऐसे में आपको वाशरूम भी बार-बार जाना पड़ेगा इसलिए आप थक सकते हैं। इसलिए यदि ऐसे लक्षण नजर आते हैं तो डॉक्टर से एक बार डाइट चार्ट जरूर लें। वो जो चीजें आपको बताते हैं तो समय-समय पर जरूर उनका सेवन करें। और एक बार डॉक्टर से भी अपनी समस्या का समाधान आप जरूर लें।
यदि आपको भी जरूरत से ज्यादा गला सूखने या प्यास लगने का अहसास होता है तो ये भी फॉस्फोरस की कमी का एक कारण हो सकता है। ये एक ऐसा लक्षण जो आपको संकेत भी देता है कि आपके बॉडी में फोस्फोरस की कमी है और आपको डाइट के ऊपर अधिक ध्यान की जरूरत है। आप बार-बार ज्यादा पानी पिएंगें ऐसे में आपको वाशरूम भी बार-बार जाना पड़ेगा इसलिए आप थक सकते हैं। इसलिए यदि ऐसे लक्षण नजर आते हैं तो डॉक्टर से एक बार डाइट चार्ट जरूर लें। वो जो चीजें आपको बताते हैं तो समय-समय पर जरूर उनका सेवन करें। और एक बार डॉक्टर से भी अपनी समस्या का समाधान आप जरूर लें।