एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी समस्या है जो महिलाओं की फर्टिलिटी यानि प्रजनन क्षमता पर बहुत बुरा प्रभाव डालती है। विशेषज्ञों के अनुसार, गर्भधारण करने के लिए महिलाओं की ओवरी में रिलीज होने वाला अंडा फैलोपियन ट्यूब के माध्यम से स्पर्म सेल से फर्टिलाइज होता है। और इसके पश्चात ये अंडा विकसित होने के लिए अपने आप ही यूट्राइन दीवार से जुड़ जाता है।
लेकिन यदि कोई महिला एंडोमेट्रियोसिस विकार से पीड़ित है तो इससे फैलोपियन ट्यूब में रुकावट पैदा होने से स्पर्म और अंडा एक साथ जुड़े रह जाते हैं। वैसे अगर किसी महिला के एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण गंभीर नहीं हैं तो फिर भी गर्भधारण की संभावनाएं होती हैं। इसी कारण से एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण और बढ़ने से पहले ही इस विकार से ग्रस्त महिलाओं को चिकित्सकों द्वारा जल्द से जल्द गर्भधारण करने की सलाह दी जाती है। जानकारी के लिए बता दें कि एंडोमेट्रियोसिस के लक्षणों में पीरियड्स के दौरान और पीरियड से पहले पेट अथवा कमर के निचले हिस्से में दर्द होना, पेल्विक हिस्से में दर्द होना, सेक्स के दौरान पेन होना, अत्यधिक ब्लीडिंग होना और मल त्यागने में असहजता आदि शामिल हैं।
कंसीव न कर पाने के अन्य कारण
1. अनियमित मासिक धर्म/ पीसीओडी की समस्या में
2. पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होना
3. स्पर्म की क्वालिटी अच्छी न होना
4. फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉक होने के कारण
5. महिला के सेक्स हॉर्मोन्स के असंतुलित होने पर
6. महिला को थायरॉयड की समस्या होने पर
7. मेल इनफर्टिलिटी के कारण आदि।