रिपोर्ट के अनुसार- इन द्वीपों पर दो सौ से अधिक टन कचरा इकट्ठा हो गया है। जर्नल साइंटिफिक में प्रकाशित हुई रिपोर्ट के अनुसार- धरती के अलावा अब समुद्र और तटीय क्षेत्रों पर भी प्लास्टिक का कचरा एकत्र हो गया है, जिससे समुद्र में रहने वाले जीव धीरे-धीरे मर रहें हैं।
ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया की यूनिवर्सिटी की शोधकर्ता जेनिफर लावर्स के अनुसार- ‘अभी केवल दस सेंटीमीटर की गहराई नापने पर ही 41 करोड़ 40 लाख कचरा निकलने का अनुमान लगाया जा रहा है। जेनिफर लावर्स की मानें तो कई तट ऐसे हैं जिन पर अभी तक पहुंचा नहीं गया है, वहां पर इससे भी ज्यादा टन प्लास्टिक कचरा हो सकता है।
लावर्स ने इस जगह को कचरा ‘हॉटस्पॉट’ नाम दिया है। बता दें इससे पहले भी प्लास्टिक कचरे पर शोध किए गए हैं, जिनमें यह पता चला है कि प्लास्टिक कचरे से वन्य जीवों पर खतरा बढ़ रहा है। साथ ही इंसानों के जीवन पर भी संकट मंडरा रहा है।