आपको जानकर हैरानी होगी कि, बैगा जनजाति दूसरी जनजातियों और समुदाय के लोगों से ज्यादा मिलना-जुलना पसंद नहीं करते हैं। ये जनजाति अलग-थलग ही रहना पसंद करती है। अनेक सामाजिक रस्मों को पूरा करने के पश्चात दूल्हा दौड़ लगाकर अपनी दुल्हन को पकड़ लेता है और उसे अपनी अंगूठी पहना देता है। इस समुदाय में किसी भी जश्न या मातम में अल्कोहल का सेवन करना बहुत ही जरुरी होता है। – बैगाओं की मान्यता है कि परिवार के किसी भी व्यक्ति की मौत होने के पीछे कुल देवता का नाराज होना है। आगे जाकर कुल देवता की नाराजगी परिवार के किसी दूसरे मैंबर को न झेलना पड़े, इसलिए यह जनजाति पुराने मकान में रहना छोड़कर दूसरा ठिकाना तलाशती है।