मंदिर में सांप लेकर आते हैं लोग, मांगता है मनोकामना
दरअसल, म्यांमार का एक शहर है यांगून। शहर में एक झील है, जिसके बीचोंबीच एक बौद्ध मंदिर बना है। सैकड़ों लोग रोज इस मंदिर में आते हैं और मनोकामना मांगते हैं। लोग अपने साथ सांप लेकर आते हैं और मंदिर में छोड़ जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि सांपों को इस मंदिर में छोड़ने से लोगों की सभी मनोकामना पूरी हो जाती है। इसी वजह से मंदिर का नाम स्नेक टेंपल रखा गया है।
दरअसल, म्यांमार का एक शहर है यांगून। शहर में एक झील है, जिसके बीचोंबीच एक बौद्ध मंदिर बना है। सैकड़ों लोग रोज इस मंदिर में आते हैं और मनोकामना मांगते हैं। लोग अपने साथ सांप लेकर आते हैं और मंदिर में छोड़ जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि सांपों को इस मंदिर में छोड़ने से लोगों की सभी मनोकामना पूरी हो जाती है। इसी वजह से मंदिर का नाम स्नेक टेंपल रखा गया है।
सिर्फ एक चीज मांग सकता है शख्स मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंदिर में आने वाला शख्स सिर्फ एक ही चीज मांग सकता है। मंदिर के मुख्य कमरे में एक पेड़ है जहां भगवान बुद्ध की प्रतिमा है। यहीं पर फर्श पर पड़े सांप पेड़ की शाखाओं से होते हुए उपर की तरफ चढ़ते हैं। ये सांप भी ऐसे वैसे नहीं होते हैं ये खतरनाक अजगर या फिर वैसे ही जहरीले सांप होते हैं। मान्यता है कि ये सांप उन्हें आशीर्वाद देते हैं।
मंदिर में हर तरफ रेंगते रहते हैं सांप बताया जाता है कि मंदिर में अंदर हमेशा सांप मौजूद रहते हैं, जो पेड़ों, खिड़कियों पर दरवाजों पर रेंगते रहते हैं। वहां आने वाले लोग उनकी उपस्थिति में ही मंदिर में प्रार्थना करते हैं। कई-कई सांप तो दो से तीन मीटर तक लंबे होते हैं। लोग इस मंदिर में सालों से मनोकामना मांगने आते हैं। लोगों का कहना है कि उनकी सभी मनोकामना पूरी होती है।