10 बार से कम देखा गया
पेन्सिलवेनिया के पाउडरमिल नेचर रिजर्व के शोधकर्ताओं ने हाल ही में यह खुलासा किया है। उनका कहना है कि करीब 64 साल के अपने काम में उन्होंने इस पक्षी को 10 से भी कम बार देखा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह चीड़िया बहुत कम पाई जाती है। उन्होंने इसे विलुप्त पक्षी का नाम रोज-ब्रेस्टेड ग्रॉसबीक बताया है।
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आधा नर और आधी मादा
एक रिपोर्ट के अनुसार, 24 सितंबर को एनी लिंडसे और उनके सहयोगी पाउडरमिल नेचर रिजर्व में पक्षियों को पकड़ रहे थे। उन पर पहचान के टैग के लगा रहे थे। इस दौरान शोधकर्ता ने उन्हें वॉकी-टॉकी के जरिए बुलाया। उसका दावा था कि उसने कुछ असाधारण नजर आया। जब एनी ने इस खोजी हुई पता चला कि यह एक अत्यंत दुर्लभ आधा-नर, आधी-मादा चिड़िया थी। जिसे ग्यनानड्रोमॉर्फ के तौर पर जाना जाता है।
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दाहिनी ओर अंडाशय
शोधकर्ता ने बताया कि रोज ब्रेस्टेड ग्रॉसबीक का आधा शरीर नर-विशेषताओं वाला होता है और बाकी आधे पर मादा विशेषताएं होती हैं। इसके पंख बायें ओर बड़े होते हैं और दाहिनी ओर अंडाशय होता है। यह पक्षी अपने प्रजननकाल में नहीं है। लेकिन वसंत में जब यह अपने प्रजनन की अवस्था में होता है, तो यह और भी प्रमुखता से नर और मादा दिखता है। लिंडसे ने फेसबुक पर लिखा कि पूरी पहचान करने वाली टीम इस तरह की दुर्लभ चिड़िया को करीब से देखने के लिए बहुत उत्साहित थी।