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साल 2010 में मुस्तफा नाम का ये छात्र भारत ( India ) पढ़ने आया था। मुस्तफा ने चेन्नई ( Chennai ) के एक कॉलेज में एडमिशन लिया, लेकिन 2016 में जब फाइनल पेपर हुए तो वो फेल हो गया। हालांकि, इसके बाद वो वापस अपने देश सूडान चला गया और फिर से परीक्षा देने के लिए उसी साल वापस भारत आया था। इस बार भी वो फेल हो गया और साथ ही उसके वीजा की अवधि भी समाप्त हो गई। इसके बाद मुस्तफा ने भारत में ही रूकने का फैसला किया क्योंकि न तो उसके पास पढ़ाई के पैसे बचे थे और न ही घर लौटने के। इसके बाद मुस्तफा ने मरीना बीच ( Marina beach ) के पास छोटी सी नौकरी की, लेकिन 2 अगस्त 2018 को एक लड़ाई के मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
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हालांकि, दिसंबर में उसे रिहा कर दिया गया। वहीं चेन्नई पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक मुस्तफा घर जाना चाहता था लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे। इसके बाद चेन्नई पुलिस कमिश्नर की सहमति के बाद पुलिस वालों ने खुद 70 हजार रुपये इकट्ठे किए और 8 हजार रुपये मुस्तफा के के दोस्तों ने दिए। इन पैसों से मुस्तफा को घर भेज दिया गया। इसके बाद चेन्नई पुलिस की तारीफ हो रही है।