अजब गजब

कहानी असली मोगली की- ‘दीना सनीचर’ जिसे पाला था भेड़ियों ने, फिर एक दिन…

सन 1867 में जंगल में शिकारियों को मिला एक बच्चा
बच्चे को अगवा कर उसे ले गए इंसानों के बीच
34 की उम्र में ऐसे हुई मौत

Apr 06, 2019 / 01:17 pm

Priya Singh

कहानी असली मोगली की- ‘दीना सनीचर’ जिसे पाला था भेड़ियों ने, फिर एक दिन…

नई दिल्ली। लोगों को लगता है कि मोगली किसी की मनगढ़ंत कहानी का पात्र है। एक लड़का जिसे एक जंगल में भेड़ियों का एक दल पालता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में असली मोगली की पहचान हुई थी। सन 1867 में शिकार पर निकले कुछ शिकारियों को जंगल में एक बेहद अजीब तस्वीर दिखी। उन्होंने देखा कि एक भेड़िये के झुंड के आगे एक बच्चा तेजी से दौड़ रहा था। वह दौड़ने में अपने हाथों और पैरों दोनों का इस्तेमाल कर रहा था। किसी को नहीं पता यह बच्चा जंगल में कैसे आया, लेकिन उसे देखकर लग रहा था कि उसे भेड़ियों ने ही पाला-पोसा है।

आयकर से है इन लोगों की मुक्ति, कमाई के पूरे मुनाफे पर होता है अपना हक

जंगल में गए शिकारियों ने उसे अगवाह करने की सोची ताकि वे उसे मनुष्यों के बीच ले जा सकें। शिकारियों ने उसका पीछा किया। वह जंगली बच्चा एक भेड़िये के साथ किसी गुफा में जाकर छिप गया। शिकारियों ने भेड़िये को मारकर बच्चे को अगवा कर लिया। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उस बच्चे को आगरा के एक अनाथालय में रखा गया। उसे शुद्ध किया गया और उसका नाम दीना सनीचर ( Dina Sanichar ) रखा गया। दीना को उस नई ज़िंदगी को अपनाने में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

ये सनसनीखेज़ Video हो रहा वायरल, देखें अपने ट्रेनर पर बब्बर शेर ने कैसे किया हमला

dina sanichar

दीना बहुत कम खाने पर ज़िंदा था। उसके दांत कच्चा मांस खा-खाकर नुकीले हो गए थे। उसे कपड़े पहनना बिलकुल पसंद नहीं था। इंसानों के बीच बीती पूरी ज़िंदगी में दीना कभी बोलना नहीं सीख पाया। वह काफी कोशिशों के बाद कुछ ही शब्द बोल पाता था। अनाथालय के लोग भी दीना के साथ अच्छा व्यवहार करते थे। लोगों की मदद से दीना कुछ इंसानी सभ्यता सीखने लगा।

सनकी वैज्ञानिक ने इस जानवर पर किया था खतरनाक एक्सपेरिमेंट, नतीजे देखने के बाद डर गए थे लोग

अब वह अपने पैरों पर चलने लगा था। दीना को अब पकाया हुआ खाना पसंद आने लगा था। उसने कपड़े पहनना भी सीखा, लेकिन इसके बावजूद उसका इंसानों से रिश्ता नहीं बन पाया। दीना ने इंसानों की केवल एक आदत को अपनाया और वो थी धूम्रपान करना। दीना बहुत धूम्रपान करने लगा और 34 की उम्र में टीबी (क्षय रोग) Tuberculosis से ग्रसित होने से उसकी मौत हो गई। दीना की कहानी एक लेखक को पसंद आई और फिर मोगली के पात्र ने बड़े पर्दे पर जन्म लिया।

खिलौना दिलाने से किया इंकार तो 7 साल के बेटे ने मां के क्रेडिट कार्ड का किया इस्तेमाल, मैसेज देख मां के उड़े होश

Hindi News / Ajab Gajab / कहानी असली मोगली की- ‘दीना सनीचर’ जिसे पाला था भेड़ियों ने, फिर एक दिन…

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.