दरअसल, इंग्लैंड के Cambridgeshire में रहने वाली किम्बर्ली बेयर्स और उसके पट्टी ग्लेंन ने अपने बच्चे की तस्वीर को इंटरनेट पर शेयर किया है। ये तस्वीर बच्चे के सात महीने के हो जाने के बाद शेयर की गई है। इस तस्वीर को शेयर करते हुए दम्पत्ति ने बताया कि जब उनके बेटे रोरी का जन्म हुआ था तो वो मात्र 4 महीने का था और उसका वजन केवल 600 ग्राम था।
किम्बर्ली जब प्रेग्नन्ट थीं तब उसका पेट लगातार खराब रहता था। इस दौरान इस युवती ने 14 ब्लड ट्रांसफ्यूजन और कई तरह के एंटीबायोटिक भी खाए। अचानक पाँचवे महीने की शुरुआत में किम्बर्ली को लेबर पेन होना शुरू हो गया जिसके बाद ऑपरेशन के बाद उसने चार महीने के बच्चे को जन्म दिया।
किम्बर्ली जब प्रेग्नन्ट थीं तब उसका पेट लगातार खराब रहता था। इस दौरान इस युवती ने 14 ब्लड ट्रांसफ्यूजन और कई तरह के एंटीबायोटिक भी खाए। अचानक पाँचवे महीने की शुरुआत में किम्बर्ली को लेबर पेन होना शुरू हो गया जिसके बाद ऑपरेशन के बाद उसने चार महीने के बच्चे को जन्म दिया।
चार महीने पहले ही जन्में इस बच्चे को डॉक्टरों की निगरानी में रखना पड़ रहा है क्योंकि उसका सम्पूर्ण विकास नहीं हो पाया है। सात महीने होने के बाद भी रोरी डॉक्टरों की निगरानी में है। इस बच्चे को किसी चमत्कार से कम नहीं कहा जा रहा है।
इन 7 महीनों में इस जोड़े को कई बार लगा कि उनका बच्चा दुनिया में नहीं रह पाएगा। हालांकि, अभी रोरी खतरे से बाहर है। डॉक्टरों ने अभी भी उसे अपनी निगरानी में रखा है।
किम्बर्ली एक नैनी है और वो हर दिन अपने बच्चे से मिलने , कैंब्रिज के एडनब्रुक अस्पताल में जाती है। अब वो उसका पति जल्दी से अपने बच्चे को घर ले जाने के समय का इंतजार कर रहे हैं।
इन 7 महीनों में इस जोड़े को कई बार लगा कि उनका बच्चा दुनिया में नहीं रह पाएगा। हालांकि, अभी रोरी खतरे से बाहर है। डॉक्टरों ने अभी भी उसे अपनी निगरानी में रखा है।
किम्बर्ली एक नैनी है और वो हर दिन अपने बच्चे से मिलने , कैंब्रिज के एडनब्रुक अस्पताल में जाती है। अब वो उसका पति जल्दी से अपने बच्चे को घर ले जाने के समय का इंतजार कर रहे हैं।