सोशल मीडिया साइट Reddit पर इस शख्स ने बताया कि कैसे उसकी माँ की एक गलती से उसे करोड़ों का नुकसान हो गया और वो डिप्रेशन में चला गया। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2010 में जब युवक कॉलेज में था तब उसके दोस्तों ने ज़िदकर उसे Bitcoin खरीदने के लिए विवश किया था। उस समय इस युवक ने 6 हजार रुपये में 10 हजार Bitcoin खरीदे थे लेकिन कॉलेज पास करने के बाद उसके दिमाग से ये बात निकल गई। वो जॉब करने लगा और बिल्कुल ही भूल गया कि कभी उसने क्रिप्टोकरेंसी खरीदी थी।
पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर खूब चर्चा होने लगी और उसकी डिमांड के कारण उसकी वैल्यू भी बढ़ने लगी। उसने जब ये खबरें सुनी तो उसे कॉलेज के दिनों में Bitcoin खरीदने की बात याद आई।
इस युवक ने अपने पोस्ट में आगे बताया कि जब वो अपने घर गया और माँ से लैपटॉप ढूँढने लगा जिसमें Bitcoins की जानकारी थी। जब उसे लैपटॉप नहीं मिला तो उसने अपनी माँ से पूछा तो माँ ने उसे माँ ने जो बताया उसे सुन उसके होश उड़ गए। उसकी माँ ने कहा कि उन्होंने लैपटॉप को कबाड़ में फेंक दिया था। इसे सुन युवक के होश उड़ गए। उसने अनुमान लगाया कि उसे तीन हजार करोड़ रुपयों का नुकसान हो चुका था। उसे अपनी माँ पर काफी गुस्सा आया परंतु वो कुछ नहीं कर सकता था। इस नुकसान को सोच सोच कर वो इतना ज्यादा परेशान हो गया कि वो डिप्रेशन में चला गया।
पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर खूब चर्चा होने लगी और उसकी डिमांड के कारण उसकी वैल्यू भी बढ़ने लगी। उसने जब ये खबरें सुनी तो उसे कॉलेज के दिनों में Bitcoin खरीदने की बात याद आई।
इस युवक ने अपने पोस्ट में आगे बताया कि जब वो अपने घर गया और माँ से लैपटॉप ढूँढने लगा जिसमें Bitcoins की जानकारी थी। जब उसे लैपटॉप नहीं मिला तो उसने अपनी माँ से पूछा तो माँ ने उसे माँ ने जो बताया उसे सुन उसके होश उड़ गए। उसकी माँ ने कहा कि उन्होंने लैपटॉप को कबाड़ में फेंक दिया था। इसे सुन युवक के होश उड़ गए। उसने अनुमान लगाया कि उसे तीन हजार करोड़ रुपयों का नुकसान हो चुका था। उसे अपनी माँ पर काफी गुस्सा आया परंतु वो कुछ नहीं कर सकता था। इस नुकसान को सोच सोच कर वो इतना ज्यादा परेशान हो गया कि वो डिप्रेशन में चला गया।
युवक ने बताया कि इस कारण वो लंबे समय तक डिप्रेशन में रहा परंतु डिप्रेशन से बाहर आने के बाद भी उसे इस बात का अफसोस है कि इतनी बड़ा अमाउन्ट उसके हाथ से निकल गया।
बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक डिजिटल मुद्रा है जिसकी शुरुआत वर्ष 2009 में की गई थी। इसकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण सरकार जल्द ही इसके लिए नया बिल भी लाने वाली है।
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बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक डिजिटल मुद्रा है जिसकी शुरुआत वर्ष 2009 में की गई थी। इसकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण सरकार जल्द ही इसके लिए नया बिल भी लाने वाली है।
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