इस पर भले ही यकीन करना मुश्किल हो, लेकिन इस नंबर को श्रीकृष्ण से जोड़कर देखा गया है।पुराणों में ऐसा कहा गया है कि श्रीकृष्ण जिस बांसुरी को बजाते थे वह सात छिद्रों वाली थी। इस बांसुरी को वह अपने हाथों की तीन-तीन यानी छह अंगुलियों से बजाया करते थे और इसके साथ ही वह देवकी के आठवें पुत्र थे। अब इन तीनों अंकों को क्रमानुसार जोड़ें तो कुल योग ‘786’ बनता है। इस वजह से माना जाता है कि ‘786’ अंक का संबंध भगवान श्रीकृष्ण से भी है।