दरअसल, साल 1961 में नागालैंड ( Nagaland ) को ये नाम दिया गया यानि नागालैंड। लेकिन इससे पहले इसे नगा हिल्स तुएनसांग एरिया कहा जाता था। दिमापुर की महाभारत काल की विरासत आज भी पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है। यहां आज भी हिडिंबा का वाड़ा है। जहां राजवाड़ी में स्थित शतरंज की ऊंची-ऊंची गोटियां हैं, जो अब थोड़ी-बहुत टूट भी चुकी हैं। यहां के लोगों का मानना है कि इन गोटियों से भीम ( bheem ) और उनके पुत्र घटोत्कच शतरंज खेलते थे। इस जगह पांडवों ने अपने वनवास का काफी समय व्यतीत किया था।
वहीं कभी दीमापुर को ‘हिडिंबापुर’ के नाम से जाना जाता था। इस जगह महाभारत काल में हिडिंब राक्षस और उसकी बहन हिडिंबा रहा करते थे। यही पर हिडिंबा ने भीम से विवाह किया था। यहां बहुलता में रहनेवाली डिमाशा जनजाति खुद को भीम की पत्नी हिडिंबा का वंशज मानती है। लेकिन अब इस राज्या का नाम नागालैंड है, जिसे शुरुआत में तो एक केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिला था। लेकिन फिर 1 दिसंबर 1963 को इसं देश का 16वां राज्य बनाया गया था।